बुल्गारिया में खेले गये प्रतिष्ठित स्ट्रैंड्जा बॉक्सिंग मेमोरियल टूर्नामेंट में गोल्ड जीत कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने वाली 22 वर्षीय निकहत ज़रीन आज किसी परिचय की मोहताज़ नहीं हैं। वैसे तो खेल के दौरान अक्सर अवसाद (तनाव) से दूर रहनेवाली निकहत अपनी निजी जिंदगी में काफ़ी चुलबुली और आकर्षक शख्सियत हैं जो हमेशा बातचीत में व्यस्त रहती हैं। स्पोर्ट्सवाला से हुई ख़ास बातचीत में उन्होंने अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी कई बातों का खुलासा किया है।
दो बार की राष्ट्रीय पदक विजेता निकहत ने 51 किलो वर्ग के फाइनल में फिलीपीन की आयरिश मागनो को 5-0 से हराया। उन्होंने अपनी इस जीत को पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों को समर्पित करते हुए कहा कि “मैं यह पदक पुलवामा आतंकी हमले के शहीदों को समर्पित करती हूं। भारतीय होने के नाते यह हमारे लिए बहुत दुखद दिन था।”

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स्पोर्ट्सवाला से हुई बातचीत में निकहत ने बॉक्सिंग के अलावा अपने अन्य शौक के बारे में खुलासा करते हुए कहा कि “मुझे बॉक्सिंग के अलावा फोटो खिचवाना बेहद पसंद है, खास तौर पर सेल्फी निकालना। टिक-टॉक एप पर वीडियो बनाने के साथ-साथ मुझे गाने सुनना बेहद पसंद है। श्रेया घोषाल और अरिजीत सिंह के गानों को पसंद करने वाली निकहत खुद को बाथरूम सिंगर कहती हैं।” वो कहती हैं कि ” भावनात्मक गानों को सुनकर मुझे कभी कभार रोना भी आ जाता है।”
खुद को बाथरूम सिंगर की संज्ञा देने वाली निकहत ने अपनी फ़िटनेस को लेकर भी खुलकर बात की। फिटनेस को लेकर उन्होंने कहा कि “एक एथलीट होने के नाते मैं फ़िटनेस का खासा ख्याल रखती हूँ। अभी, मैं 51 किलोग्राम वर्ग में बॉक्सिंग करती हूं। वैसे तो मेरा वजन 53-54 किलो के आसपास है लेकिन फिर भी मुझे वजन घटाने की जरुरत है। फ़िटनेस के लिए मैं कड़ाई से डाइट का पालन करती हूँ। इसके लिए मैं मटन, मक्खन, घी और फास्ट फूड से परहेज करती हूँ। अपने आपको फिट और तरोताज़ा रखने के लिए मैं उबली हुई सब्जियां, सलाद, ओट्स खाना पसंद करती हूँ।” अपने आदर्श के बारे में बताते हुए निकहत कहती हैं कि “साल 2009 के शुरुआत में पीटी उषा को अपना आदर्श मानती थी। लेकिन बॉक्सिंग में आने के बाद माइक टायसन और मोहम्मद अली मेरे आदर्श बन गए।”

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स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक की ख़ुशी को जाहिर करते हुए निकहत कहती हैं कि “साल 2019 में मेरी पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता थी। मैं ख़ुशनसीब हूँ कि मुझे स्ट्रैंड्जा कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। 51 किलो वर्ग में भारत के दो मुक्केबाज थे उनमे से मैं एक थी। मैं यह साबित करने में कामयाब रही कि मैं बढ़िया प्रदर्शन कर सकी”। आगामी महिला दिवस पर बोलते हुए निकहत कहती हैं कि” महिलाएं भी पुरुषों की ही तरह बेहद मजबूत होती हैं। ज़िन्दगी में जो भी बनना हो उसके लिए आगे बढ़ो। लोगों को मत देखों, कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना।”