भारतीय मुक्केबाजों के लिए अच्छी खबर है, देश में पहली बार इंडिया ओपन मुक्केबाजी प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है। दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में 28 जनवरी से एक फरवरी होने वाले इस टूर्नामेंट में 25 देशों के मुक्केबाज़ अपनी चुनौती पेश करेंगे। इससे देश के मुक्केबाजों को खुद को साबित करने का बड़ा मंच मिलेगा।
बीते दो-तीन वर्षों से भारतीय मुक्केबाजी लगातार संकट के दौर से गुजर रही है। ऐसे में ये टूर्नामेंट में देश में बॉक्सिंग के लिए अच्छे दिन लाने वाला साबित हो सकता है। बुधवार को भारतीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने इस टूर्नामेंट के आयोजन की घोषणा करते हुए कहा, ” भारत में पहली बार इंडिया ओपन का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें क्यूबा, रूस और कजाकिस्तान सहित 25 देशों के मुक्केबाज भाग लेंगे।”
मुक्केबाज़ मनोज कुमार ने ट्वीट करके भारतीय मुक्केबाजी के इस कदम का स्वागत भी किया-
Best Step by @BFI_official for improvement india Boxing https://t.co/DQhjWHBufV
— Manoj Kumar (@BoxerManojkr) January 10, 2018
उन्होंने आगे कहा, “भारत की चार टीमें इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी। जिसके लिए जल्द ही टीमों की घोषणा कर दी जाएगी। साथ ही आने वाले समय में भारत वर्ल्ड सीरीज ऑफ़ बॉक्सिंग प्रतियोगिता में भी भाग लेगा। इसके अलावा 23 मार्च से भारत में बॉक्सिंग के घरेलू टूर्नामेंट खेले जायेंगे।”
रियो ओलिंपिक में खराब प्रदर्शन के बाद बीते एक साल से भारतीय मुक्केबाजों ने अपने खेल में सकारात्मक सुधार किया है। इसके अलावा भारतीय मुक्केबाजों ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक भी जीते हैं। वहीं भारत ने बीते वर्ष गुवाहाटी में युवा महिला विश्व मुक्केबाजी का सफल आयोजन भी किया है।
इस टूर्नामेंट में भारतीय महिलाओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 स्वर्ण और 2 कांस्य पदक जीता था। जिसमें हरियाणा की तीन मुक्केबाज़ ज्योति, साक्षी और नीतू ने स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। उनकी इस उपलब्धि पर अजय सिंह ने उन्हें सम्मानित भी किया।