इस साल जॉर्जिया में होने वाले चेस ओलिंपियाड में भारत के ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनन्द भी भाग लेंगे। सितम्बर में होने वाले इस टूर्नामेंट में इससे पहले आनन्द ने साल 2006 में भाग लिया था। इसका मतलब 11 साल बाद वह इस टूर्नामेंट में एक बार फिर भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए नजर आयेंगे।
हाल ही में आनन्द ने वर्ल्ड रैपिड चेस चैंपियनशिप जीता है। उनकी इस जीत के सम्मान में ऑल इंडिया चेस फेडरेशन ने उन्हें 5 लाख का चेक देकर सम्मानित किया। इस मौके पर एआईसीएफ के अध्यक्ष पीआर वेंकटरामा राजा ने कहा, “हमें ख़ुशी है कि आनन्द ने चेस ओलिंपियाड में खेलने पर हमारी बात मान ली है। इससे इस टूर्नामेंट में भारत को मजबूती मिलेगी।”
भारत का चेस ओलिंपियाड में अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन साल 2014 में रहा है, जब भारत ने इस प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता था। ऐसे में आनन्द के इस टूर्नामेंट में शामिल होने से भारत की संभावनाओं को मजबूत मिलेगी। आनंद ने इस मौके पर कहा, “ये मजबूत टीम है और मैं उनके साथ सकारात्मकता के साथ आगे बढूंगा।”
आनन्द ने आगे कहा,”मेरे लिए ये पल यादों के उन झरोखों में जाने वाला है, जब-जब मैं वर्ल्ड ख़िताब जीतकर वापस आया मेरा स्वागत हीरो की तरह हुआ है। एक विश्व चैंपियनशिप आपके नाम को अचानक लोगों की जुबान पर ला देता है। हालांकि बीच में कुछ उतार-चढ़ाव हुए, लेकिन 2017 का ये बेहतर अंत था।”
48 वर्षीय इस दिग्गज शतरंज खिलाड़ी ने अपनी इस सफलता में अपनी पत्नी अरुणा के योगदान को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा,”जब मैं जीता तो मेरी पत्नी ने कहा कि मैंने कुछ सुना है। बेटे ने घर में एक पेंटिंग बनाकर मेरा स्वागत किया। जिसमें लिखा था ‘वेलकम अप्पा, आप सबसे बेहतरीन विश्व चैंपियन हैं’ ये लम्हा मेरे लिए खास था। ”