दक्षिण अफ्रीका की गिनती भले ही दुनिया की दमदार टीमों में होती है, लेकिन 2003 टीवीएस कप में अफ्रीका के पास भारत के ऑलराउंडर खेल का कोई जवाब नहीं था। भारत ने ढाका के बागबंधु स्टेडियम पर पहले बल्लेबाज़ी की। वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने टीम को अच्छी शुरुआत दी, लेकिन दोनों बड़े स्कोर नहीं कर सके। ये कसर कप्तान सौरव गांगुली और मोहम्मद कैफ ने पूरी कर दी। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 86 रन की साझेदारी निभाई। इस बीच गांगुली और कैफ, दोनों ने अर्द्धशतक पूरे किए। गांगुली 75 (80 गेंद) रन बनाकर आउट हुए। मगर कैफ अंत तक नॉटआउट रहे और 103 बॉल पर शानदार 95 रन किए। अंतिम ओवर्स में दिनेश मोंगिया ने 38 गेंद पर 55 रन बनाकर टीम का स्कोर 307 रन पहुँचाया।
जवाब में अफ्रीका के पास भी अच्छी बैटिंग लाइनअप थी, लेकिन बड़े स्कोर के दबाव में उनकी बल्लेबाजी बिखर गई। कप्तान ग्रीम स्मिथ को दूसरे ओवर में ही अजित अगरकर ने बोल्ड आउट कर दिया। ये सिलसिला जारी रहा और टीम इंडिया ने रेग्युलर इंटरवल में विकेट चटकाए। मार्क बाउचर (48 रन) के अलावा कोई बैट्समैन विकेट पर टिक नहीं सका और दक्षिण अफ्रीका की टीम 154 रन पर ऑलआउट हो गई। अजित अगरकर, सौरव गांगुली और हरभजन सिंह ने 2-2, तो वीरेंद्र सहवाग ने तीन विकेट लिए। भारत ने ऑलराउंडर खेल के दम पर मैच 153 रनों से जीता।