किसी भी खेल में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर पाना आसान नहीं होता, क्रिकेट में भी ये बात लागू होती है। लेकिन क्रिकेट के इतिहास में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हुए हैं, जिन्होंने अपने करियर के दौरान कुछ ऐसे रिकॉर्ड बना डाले जिसकी वजह से इनका नाम दुनिया के महानतम खिलाड़ियों में शुमार किया जाता है। ऐसे ही पांच शानदार रिकॉर्ड्स के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
जब कभी भी क्रिकेट का जिक्र किया जाएगा, सचिन तेंदुलकर का नाम इस खेल में सबसे पहले ज़ेहन में आएगा। सचिन ने क्रिकेट में कुछ ऐसे रिकॉर्ड बना डाला है, जिसे तोड़ना शायद ही किसी के बस की बात हो, क्योंकि जितनी लंबी उम्र सचिन ने क्रिकेट में बिताई है। उतने समय तक तो कोई भी खिलाड़ी इस खेल में टिक ही नहीं पाता है। सचिन के नाम अपने क्रिकेट करियर में 100 शतक लगाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट और वनडे क्रिकेट में कुल मिलाकर 100 शतक लगाए हैं। जिसमें से 49 शतक उन्होंने वनडे क्रिकेट में और 51 शतक अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में बनाए हैं।
सचिन तेंदुलकर
टेस्ट क्रिकेट में पूरी एक टीम मिलकर जितना स्कोर बनाती है, उतने रन किसी एक खिलाड़ी के लिए बनाना काफी मुश्किल है। हालांकि अगर बात ब्रायन लारा की हो ये नामुमकिन नहीं है। दरअसल, ब्रायन लारा के नाम एक टेस्ट मैच में नाबाद 400 रन बनाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 12 अप्रैल 2004 में ये जादुई पारी खेली थी। सबसे बड़ी बात ये है कि वो 400 रन बनाने के बाद भी नाबाद रहे थे। उन्होंने ये रिकॉर्ड बनाते हुए ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन की सबसे बड़ी पारी 380 रन को पीछे छोड़ा था।
ब्रायन लारा
क्रिकेट में अगर कभी भी बेस्ट आलराउंडर की बात की जाएगी तो इस लिस्ट में दक्षिण अफ्रीका के जैक कैलिस का नाम यक़ीनन शुमार किया जाएगा। उनके रिकॉर्ड को तोड़ना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है।कैलिस एकमात्र ऐसे आलराउंडर हैं जिन्होंने अपने क्रिकेट करियर में 25534 रन तो बनाए ही हैं, इसी के साथ उन्होंने कुल 577 विकेट भी अपने नाम किये हैं। इस रिकॉर्ड को आज तक कोई भी आलराउंडर नहीं तोड़ पाया है।
जैक कैलिस
लसिथ मलिंगा श्रीलंका के ऐसे गेंदबाज थे जिनकी बॉलिंग में दिग्गज बल्लेबाज के विकेट को भेदने की भी क्षमता थी। मलिंगा ने क्रिकेट के इतिहास में ऐसा रिकॉर्ड दर्ज कराया, जिसे आजतक कोई भी गेंदबाज तोड़ नहीं पाया। दरअसल, लसिथ मलिंगा ने आईसीसी वर्ल्डकप-2007 के सुपर 8 मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक बेहद ही बड़ा रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने लगातार चार गेंदों में चार बल्लेबाजों शॉन पोलाक, एंड्रयू हॉल, जैक कैलिस और मखाया एंटिनी चारों को पवेलियन भेजा था। हालांकि फिर भी इस मैच में श्रीलंका को हार का मुंह देखना पड़ा था। इस मैच को दक्षिण अफ्रीका ने 10 गेंद शेष रहते ही जीत लिया था।
लसिथ मलिंगा
भारत के सबसे सफल कप्तान के रूप में पहचान बनाने वाले एमएस धोनी के नाम पर एक अनोखा रिकॉर्ड कायम है। उनका ये रिकॉर्ड शायद ही कभी टूट पाए। दरअसल धोनी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने भारतीय टीम में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के बाद भी सबसे ज्यादा अर्धशतक लगाए हैं। धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर में कुल 102 अर्धशतक बनाए हैं।
एमएस धोनी