साल 2014 के आईपीएल फाइनल में क्रिकेट के साथ-साथ बॉलीवुड भी आमने-सामने आ गया था। एक ओर शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स, तो दूसरी ओर प्रीति जिंटा की टीम किंग्स इलेवन पंजाब। आखिरी बाजी बेंगलूरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम पर लगी, जहां कोलकाता ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया।
पंजाब की ओर से पिछले मैच में शतक लगाने वाले वीरेंद्र सहवाग इस बार सात रन बनाकर आउट हो गए। कप्तान जॉर्ज बेली भी एक रन बनाकर चलते बने। ऐसे में उन दो खिलाड़यों ने मोर्चा संभाला, जो अब तक बैकफुट पर ही थे। मनन वोहरा और ऋद्धिमान साहा। वोहरा-साहा ने सबको चौंकाते हुए 72 बॉल पर 129 रन की साझेदारी कर डाली। साहा ने जोरदार पारी खेलते हुए 49 बॉल पर शतक ठोक डाला। इसके साथ ही वो आईपीएल फाइनल में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने। वोहरा (67 रन, 52 बॉल) ने साहा का बखूबी साथ दिया। साहा (115 रन, 55 बॉल) अंत तक नाबाद रहे। इन दो धुआंधार पारियों के दम पर किंग्स ने 199 रन का स्कोर खड़ा किया।
एक टी-20 फाइनल के लिहाज से ये स्कोर मैचजिताऊ कहा जा सकता था। जोरदार फॉर्म में चल रहे कोलकाता के ओपनर रॉबिन उथप्पा (5) पहले ही ओवर में आउट हो गए, तो किंग्स का दावा और भी मजबूत हो गया। लेकिन साहा-वोहरा के बाद अभी एक और युवा बल्लेबाज का चमकना बाकी थी। मनीष पाण्डेय (94 रन, 50 बॉल) ने अहम मौके पर जोरदार प्रदर्शन कर टीम को मैच में वापस ला खड़ा कर दिया। कप्तान गौतम गंभीर (23), यूसुफ पठान (36) ने मनीष का अच्छा साथ दिया। 17वें ओवर में मनीष के आउट होते ही मैच में फिर रोमांच वापस आया। कोलकाता को जीत के लिए तीन ओवर में 21 रन की जरूरत थी। पीयूष चावला ने 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का लगाया और फिर 20वें ओवर की तीसरी गेंद पर चौका जड़ किंग्स इलेवन की उम्मीदों को ध्वस्त कर दिया। कोलकाता नाइट राइडर्स दूसरी बार आईपीएल चैंपियन बना। किंग्स इलेवन का शानदार सफर मंजिल से एक कदम दूर रह गया। लेकिन बेशक ये पंजाब का सबसे सफल आईपीएल रहा।