टी-20 क्रिकेट में अगर कोई टीम 200 रन से ज्यादा का स्कोर खड़ा कर दे, तो उसे चेज करना विरोधी टीम के लिए बिल्कुल वैसा ही होता है, जैसा वनडे मैच में 400 रन चेज करना। फिर अगर सामने आईपीएल की सबसे दमदार टीमों में से एक चेन्नई सुपरकिंग्स हो, तो काम और भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन ग्लेन मैक्सवेल और डेविड मिलर के दम पर किंग्स इलेवन पंजाब ने आईपीएल सीजन-7 के मैच में इस मुश्किल काम को भी मुम्किन कर दिखाया।
सुपरकिंग्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के इस फैसले पर मुहर लगाने का काम किया सलामी जोड़ी ड्वेन स्मिथ और ब्रैंडन मैक्कुलम ने। दोनों ने पहले विकेट के लिए 12.4 ओवर में 123 रनों की साझेदारी कर रनों का सैलाब ला दिया। मैक्कुलम ने 30, तो स्मिथ ने 37 गेंद पर पचासा ठोक दिया। 45 बॉल पर 67 रन बनाकर मैक्कुलम आउट हुए। नंबर तीन पर उतरे सुरेश रैना ने ड्वेन का साथ दिया और स्कोर 161 रन तक ले गए। ड्वेन ने 43 गेंद पर 66 रन बनाए। रैना (24 रन, 19 गेंद) और कप्तान धोनी (26 रन, 11 गेंद) ने तेजी से रन बनाए और चेन्नई का स्कोर 205 रन तक पहुंचा दिया।
इस बड़े स्कोर का पीछा करते हुए पंजाब की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। स्कोर 38 रन तक पहुंचते-पहुंचते दोनों ओपनर पवेलियन में थे। चेतेश्वर पुजारा 13 और वीरेंद्र सहवाग 19 रन बनाकर आउट हुए। अक्षर पटेल (2) को नंबर चार पर भेजने का प्रयोग भी असफल रहा। लेकिन ग्लेन मैक्सवेल और डेविड मिलर की जोड़ी अभी बाकी थी। इन दोनों ने महज 63 गेंदों के अंदर मैच का नक्शा बदल दिया। मैक्सवेल ने पांचवे ओवर में तीन और छठे ओवर में दो चौके जड़े। जल्दी ही मिलर ने दो चौके और एक छक्का जड़ा।
मैक्सवेल ने महज 25 बॉल पर पचास रन पूरे किए। 15 चौके और दो छक्के की मदद से 43 बॉल पर 95 रन ठोकने के बाद मैक्सवेल 16वें ओवर में आउट हुए। फौरन मिलर ने गियर बदल दिया और अगले ही ओवर में दो छक्के लगाए। जीत पंजाब के बेहद करीब आ चुकी थी। 19वे ओवर में जॉर्ज बेली ने लगातार दो चौके लगाकर औपचारिकता पूरी कर दी। रन चेज करते हुए पंजाब ने जोरदार जीत हासिल की।