विराट कोहली भारतीय टीम की ओर से जोरदार बल्लेबाजी कर सबका ध्यान अपनी ओर खींच चुके थे। इसी बीच 2013 आईपीएल के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर ने भी कोहली पर बड़ा दांव खेला और उन्हें टीम की कमान सौंप दी। कोहली की बतौर नियमित कप्तान पहली भिड़ंत मुंबई इंडियंस से हुई। पहले बल्लेबाजी करते हुए बैंग्लोर की शुरुआत बेहद खराब रही। क्रिस गेल और तिलकरत्ने दिलशान जैसे धाकड़ बल्लेबाज एक-एक रन को तरस गए। दिलशान ने आठ बॉल खेली और बिना खाता खोले आउट हो गए। विराट कोहली (24 रन, 14 बॉल) ने भरपाई की कोशिश की, पर ज्यादा देर नहीं टिक सके। लेकिन कोहली के आउट होते ही गेल रंग में आ गए और जब यूनिवर्सल बॉस का बल्ला बोलने लगे तो वो अकेले ही मैच का रुख पलट देते हैं। और हुआ भी कुछ ऐसा ही।
गेल ने अपनी 15वीं बॉल पर पहली बाउंड्री हासिल की, लेकिन इसके बाद वो नहीं रुके। बुमराह के ओवर में एक चौका-एक छक्का, पोलार्ड के ओवर में दो चौके-एक छक्का जड़कर गेल ने जल्द ही अपना अर्द्धशतक पूरा किया। दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहे, पर गेल का बल्ला बोलता रहा। मुंबई ने गेल की पारी के दम पर 156 रन का स्कोर खड़ा किया। गेल ने 58 बॉल पर 92 नाबाद रन ठोके।
जवाब में मुंबई को रिकी पोंटिंग (28) और सचिन तेंदुलकर (23) ने अच्छी शुरुआत दी। दिनेश कार्तिक (60 रन, 37 बॉल) ने भी तूफानी पारी खेली। लेकिन मध्यक्रम के बिखरने के कारण टीम लक्ष्य से महज दो रन दूर रह गई। आखिरी ओवर में मुंबई को जीत के लिए 10 रनों की जरूरत थी। लेकिन विनय कुमार ने लगातार दो गेंदों पर दो विकेट लेकर मुंबई को जीत से दूर कर दिया। विराट कोहली के लिए बतौर कप्तान आईपीएल-6 का आगाज अच्छा रहा।