सचिन तेंदुलकर के छह दोहरे शतक में से पहला आया था 1999 में न्यूजीलैण्ड के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में। सीरीज में भारत पहले ही 1-0 की लीड ले चुका था। अब इसे कायम रखने की चुनौती थी। इस चुनौती को आगे बढ़कर संभाला कप्तान सचिन ने।
102 रन पर दूसरा विकेट गिरने पर मैदान पर उतरे सचिन ने पहले सदगोपन रमेश के साथ 80 रन की पार्टनरशिप की। रमेश शतक बनाने के बाद आउट हुए। सचिन का साथ देने उतरे सौरव गांगुली। सौरव-सचिन ने यादगार बल्लेबाजी करते हुए मोटेरा स्टेडियम को अपना कायल बना दिया।
कैप्टन सचिन ने अलग ही तेवर दिखाए और महज 157 बॉल पर सैकड़ा ठोक दिया। इसके बाद सचिन ने भारत को बड़े स्कोर की ओर ले जाने का जिम्मा संभाला। सौरव ने बखूबी साथ दिया।
क्रिस केयन्र्स, डियोन नैश, डेनियल विटोरी के आगे मजबूती से टिकते हुए सचिन ने 319 बॉल पर अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक पूरा किया। सचिन के पहले से ही चमकदार करियर में ये पारी एक और धमाका साबित हुई। सौरव ने भी बेहतरीन 125 रन की पारी खेलते हुए सचिन के साथ 281 रन की साझेदारी की। मैच ड्रॉ रहा, पर सचिन की ये पारी आज भी क्रिकेट लवर्स के ज़हन में ताजा है।