2004 में भारतीय टीम बांग्लादेश दौरे पर गई, तो मुकाबले एकतरफा होने की उम्मीद थी। पहले टेस्ट में बांग्लादेश की पारी 184 रन पर समेटने के बाद भारत की कोशिश बड़ी लीड लेने की थी। लेकिन इन उम्मीदों को तब झटका लगा जब 68 रन तक वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और राहुल द्रविड़ पवेलियन वापस पहुंच गए। एक बार फिर मैदान संभाला मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने।
सचिन ने पहले सौरव गांगुली के साथ 168 रन की पार्टनरशिप कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। सौरव 71 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद सचिन ने वीवीएस लक्ष्मण और दिनेश कार्तिक के साथ छोटी-छोटी मगर अहम साझेदारियां कर भारत को बड़ी लीड दिला दी। सचिन ने 166 बॉल पर 15 चौके की मदद से बेहतरीन शतक पूरा किया। 239 बॉल पर 150 रन पूरे कर सचिन ने दोहरे शतक की ओर कदम बढ़ा दिए।
नंबर 11 पर उतरे जहीर खान ने सचिन का जोरदार साथ दिया और उनको दोहरा शतक पूरा करने का वक्त मिला। जहीर ने जहां 115 बॉल पर 75 रन ठोके, वहीं सचिन ने 315 बॉल खेलते हुए एक और डबल सेंचुरी पूरी की।
भारत ने 526 रन बनाए और मैच जीता। सचिन ने अपने टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। 379 बॉल पर नाबाद 248 रन, 35 चौके की मदद से।