भारत के क्रिकेट प्रेमियों के लिए 16 नवंबर की तारीख बेहद खास हैं। ‘क्रिकेट का भगवान’ कहे जाने वाले सचिन ने 5 साल पहले ठीक इसी दिन क्रिकेट में 24 साल के सुनहरे करियर को अलविदा कह दिया था। ये एक ऐसा दिन था जब हर भारतीय क्रिकेट फैन अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहा था। सचिन टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने से पहले ही वनडे और टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले चुके थे।
सचिन ने अपना आखिरी मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेला था और इस मैच में उन्होंने 74 रन बनाए थे। टीम इंडिया ने मेहमान टीम को एक पारी और 126 रन से हराकर सीरीज 2-0 से जीतते हुए सचिन तेंदुलकर को उनके विदाई मैच में शानदार जीत का तोहफा दिया। जब सचिन रमेश तेंदुलकर ने क्रिकेट को अलविदा कहा तो वानखेड़े स्टेडियम में मौजूद हर शख्स की आंखें नम थीं और पूरा स्टेडियम सचिन…सचिन से गूंज रहा था।
ये विदाई इसलिए भी शानदार रही कि सचिन ने जिस वानखेड़े मैदान से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी उन्हीं घरेलू दर्शकों के सामने खेल को अलविदा कह दिया। उनके संन्यास लेने के साथ ही वर्ल्ड क्रिकेट में एक युग खत्म हो गया।
सचिन तेंदुलकर का हमेशा सपना रहा कि वह वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा बने। साल 2011 को क्रिकेट जगत के सबसे बड़े बल्लेबाज की यह ख्वाहिश भी पूरी हो गई। मुंबई में भारत ने श्रीलंका को हराकर 1983 के बाद वर्ल्ड कप जीता। वर्ल्ड कप जीत को उन्होंने अपनी जिंदगी का सबसे यादगार पल बताया।
सचिन ने मैच के बाद बहुत ही भावुक कर देने वाली फेयरवेल स्पीच दी, जिसे सुनकर क्रिकेट फैन्स की आंखे नम हो गई। इस स्पीच में सचिन तेंदुलकर ने लगभग हर उस व्यक्ति का जिक्र किया, जिन्होंने उन्हें सफल क्रिकेटर बनने में मदद की।
मास्टर ब्लास्टर ने फेयरवेल स्पीच खत्म करने के बाद 22 यार्ड की उस पिच को झुककर सलाम किया। जहां से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी। अपनी फेयरवेल स्पीच में उन्होंने कहा भी था कि फैंस के ‘सचिन…सचिन…’ शब्द उनके जेहन में हमेशा गूंजते रहेंगे। सचिन की विदाई को लगभग चार साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन आज भी उनकी स्पीच सुनकर आंख से आंसू छलक आते हैं
रिकार्ड बुक
गौरतलब है कि सचिन तेंदुलकर ने कुल 200 टेस्ट मैच में 53.79 की औसत से 15 हजार 921 रन बनाए। टेस्ट में इनके नाम 51 शतक, 68 अर्ध-शतक और 6 दोहरा शतक भी शामिल हैं।
वहीं, वन-डे इंटरनेशनल में सचिन ने 463 मैच खेले हैं। उन्होंने 86.24 की औसत से 18 हजार 426 रन बनाए हैं। वनडे में सचिन के नाम 49 शतक और 96 अर्ध-शतक शामिल है। वन-डे में सचिन का सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 200 रन रहा। इसके साथ ही सचिन ने एक टी-20 इंटरनेशनल मैच भी खेला। सचिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक लगाने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं।
प्रसिद्ध कथन
सचिन की महानता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई दिग्गज क्रिकेटरों ने उन्हें क्रिकेट के भगवान का दर्जा दिया। आइये आपको कुछ ऐसे ही कथन बताते हैं जो कई दिग्गज क्रिकेटरो ने सचिन की शान में कहे….
“मैने भगवान को देखा है। वो भारतीय टीम में चौथे नंबर खेलते हैं।”- मैथ्यू हेडन (ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज)
“इस दुनिया में दो तरह के बल्लेबाज होते हैं।एक सचिन तेंदुलकर। दूसरा बाकी सभी”- एंडी फलॉवर (जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान)
“क्रिकेट में मेरे एक ही भगवान हैं और वो है सिर्फ सचिन। वो मेरे हमेशा हीरो रहेंगे।”- विराट कोहली
“जब हम बड़े हो रहे थे, तबसे हम सब सचिन को देखने को देखते आ रहे हैं। वह हमारे लिए भगवान की तरह थे”- एमएस धोनी (पूर्व भारतीय कप्तान)