सोमवार को जयपुर में राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेले गए मुकाबले में एक बड़ा विवाद देखने को मिला। जी हाँ, हम जोस बटलर के रन आउट की बात कर रहे हैं। जब पंजाब टीम के कप्तान अश्विन ने बटलर को रन आउट किया तो यह एक विवादास्पद मुद्दा बन गया। दरअसल, यह साधारण रन आउट नहीं था बल्कि मांकडिंग रन आउट था। इस रन आउट के बाद मानो सोशल मीडिया पर नया विवाद खड़ा हो गया हो। अश्विन ने जिस तरह से बटलर को आउट किया उसे लोगों ने खेल भावना के विपरीत करार दिया।
दरअसल, अश्विन जब पारी के 13वें ओवर में गेंदबाज़ी कर रहे थे तो उन्होंने नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़े बटलर को देखा कि वो क्रीज़ से बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में अश्विन गेंद डालने की बजाए नॉन-स्ट्राइकर एंड की गिल्लियां बिखेर दी और इस तरह से बटलर मांकडिंग रन आउट के तहत आउट हो गए। आपको बता दें यह पहला मौका है जब कोई बल्लेबाज़ आईपीएल में मांकडिंग रन आउट के तहत आउट हुआ है।
जाने क्या है मांकडिंग रन आउट नियम

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मांकडिंग रन आउट नियम के तहत नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़ा बल्लेबाज़ जब गेंदबाज़ के गेंद फेंकने से पहले क्रीज़ से बाहर निकल जाता है और इस दौरान जब गेंदबाज़ गेंद ना डालकर नॉन-स्ट्राइकर एंड की गिल्लियां बिखेर देता है तो बल्लेबाज़ को रन आउट करार दिया जाता है। इस नियम में गेंद काउंट नहीं होती और बल्लेबाज़ आउट हो जाता है।
कैसे पड़ा इसका नाम?
13 दिसंबर 1947 में भारतीय खिलाड़ी वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ बिल ब्राउन को कुछ इसी तरह रन आउट किया था। जब मांकड़ गेंदबाज़ी कर रहे थे तब नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़े ब्राउन क्रीज़ से बाहर निकल गए। यह देखते ही मांकड़ ने उन्हें रन आउट कर दिया। हालांकि ब्राउन को आउट करने से पहले उन्होंने मांकड़ को चेतावनी दी थी। यह पहला मौका था जब क्रिकेट में किसी बल्लेबाज़ को इस तरीके से आउट किया गया था। इस घटना के बाद से ही इसका अनौपचारिक तौर पर नाम मांकडिंग रन आउट पड़ गया।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 9 बार हुआ मांकडिंग रन आउट
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 9 बार बल्लेबाज़ मांकडिंग रन आउट के तहत आउट हुए हैं। इनमें से चार बार टेस्ट, 4 बार वनडे और 1 दफा टी-20 क्रिकेट में ऐसा हुआ है।