क्रिकेट के मैदान पर खिलाड़ियों के बीच नोक झोंक आम बात है लेकिन कई बार यह मामला इतना आगे बढ़ गया कि खिलाड़ी आपस में हाथापाई पर उतर आए। आज क्रिकेट में खिलाड़ियों की इस तरह की हरकतें रोकने के लिए नियम हैं लेकिन क्रिकेट का एक दौर ऐसा भी था जब खिलाड़ी बिना किसी से डरे आपस में भिड़ जाते थे। ऐसा ही वाकया दुनिया के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में गिने जाने वाले डेनिस लिली और पाकिस्तान के महान बल्लेबाज जावेद मियांदाद के बीच हुआ।
ये दोनों ही खिलाड़ी आपस में ऐसा भिड़े की मामला हाथापाई तक पहुंच गया। वो तो भला हो अंपायर का जिसने आकर बीच बचाव किया वरना मियांदाद ने जिस तरह लिली पर बल्ला ताना था लिली की हवा निकल गई थी। वैसे तो मियांदाद और लिली दोनों ही मैदान पर अपने झगड़ालू व्यवहार के लिए प्रसिद्ध थे लेकिन इन दोनों ने आपस में भिड़ने का कभी सोचा नहीं था। हुआ ये कि 1981 में पर्थ के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा था।
ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में मात्र 180 रनों पर सिमट गई लेकिन लिली की शानदार गेंदबाजी के आगे पाकिस्तान टीम 62 रनों पर सिमट गई। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 424 रनों का स्कोर बनाते हुए पाकिस्तान के सामने 543 रनों का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में पाकिस्तान ने दो विकेट जल्दी गंवा दिये इसके बाद मियांदाद विकेट पर आए। मियांदाद ने मंसूर के साथ टीम को संभालते हुए साझेदारी बनाना शुरू किया। मियांदाद ने एक गेंद को लेग साइड में खेला और 1 रन के लिए दौड़े लेकिन बीच में ही लिली जान बूझकर मियांदाद से टकरा गए। दोनों आपस में बहस करने लगे इसी दौरान अंपायर बीच बचाव के लिए आ गए।
मियांदाद अंपायर से शिकायत कर रहे थे कि लिली ने पीछे से आकर मियांदाद को लात मारी फिर क्या था मियांदाद अपना आपा खो बैठे और बैट उठाकर लिली की ओर बढ़े। वो तो शुक्र हो अंपायर का जिसने बीच में आकर मियांदाद को रोक लिया वरना मियांदाद तो लिली को खून से नहला देने वाले थे। मियांदाद ने इस मैच में 79 रनों की पारी खेली लेकिन अपनी टीम की हार नहीं बचा सके और ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 286 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया।