वनडे क्रिकेट का स्वरूप तेज़ी से बदला है। पिछले कुछ सालों की तुलना में वर्तमान में वनडे क्रिकेट बहुत अलग हो चुकी है। वनडे क्रिकेट में किसी बल्लेबाज़ के द्वारा अपने करियर में 10 हज़ार रन बनाना बहुत बड़ी उपलब्धि है। अब तक वनडे क्रिकेट के इतिहास में केवल 11 बल्लेबाज़ ही वनडे क्रिकेट में 10 हज़ार रन पूरे कर पाए हैं। आने वाले दिनों में पांच और बल्लेबाज़ इस फेहरिस्त में शामिल हो सकते हैं, जिनमें से तीन भारतीय बल्लेबाज़ हो सकते हैं।
वनडे क्रिकेट में 10 हज़ार रन बनाने वाले 11 बल्लेबाजों में भारत के तीन बल्लेबाज़ शामिल है, जिनमें सचिन तेंदुलकर 18426 रन बनाकर शीर्ष स्थान पर हैं। सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ क्रमश: 11363 और 10889 रन बनाकर आठवें और नौंवें क्रम पर हैं।
आने वाल दिनों में महेंद्र सिंह धोनी (9364), एबी डिविलियर्स (9319), युवराज सिंह (8662), विराट कोहली (8132) और हाशिम आमला (7186) अपने वनडे करियर में 10 हज़ार रन पूरे कर सकते हैं। हालांकि क्रिस गेल भी 9221 रन बनाकर वनडे क्रिकेट में 10 हज़ार रन के करीब हैं, लेकिन वे दो साल से अधिक समय से वेस्टइंडीज़ की वनडे टीम से बाहर हैं। अगर टीम में उनकी वापसी होती है तो वे भी 10 हज़ारी बन सकते हैं।
धोनी और एबी डिविलियर्स ने लगभग एक साथ (2004-2005) ही वनडे करियर का आगाज़ किया था और इस समय दोनों ही 10 हज़ारी बनने की दहलीज़ पर हैं। इन दोनों ‘वनडे महारथियों’ के 10 हज़ारी बनने में किसी क्रिकेट प्रेमी को शक नहीं है, लेकिन युवराज सिंह को यह मुकाम हासिल करने में 1300 से अधिक रन बनाने हैं। युवी को अपने प्रदर्शन में निरंतरता दिखानी होगी, तभी वे इस मुकाम तक पहुंच सकते हैं।
विराट कोहली को हालांकि वनडे क्रिकेट में अपने 10 हज़ार रन पूरे करने के लिए से 1800 रनों से अधिक की आवश्यकता है और वे इतने रन आसानी से बना भी लेंगे। कोहली के पास काफी समय है और उनका फोर्म और क्लास क्रिकेट दुनिया को यह संदेश दे चुका है कि वे लंबी रेस के घोड़े हैं और आने वाले दिनों में कई रिकॉर्ड उनके नाम होंगे।
हाशिम आमला जल्द ही 35 साल के हो जाएंगे और फिलहाल उन्हें 10 हज़ारी बनने में 2800 से अधिक रनों की दरकार है। आमला अच्छे फॉर्म में नज़र आ रहे हैं, लेकिन बढ़ती उम्र उनके लिए एक समस्या हो सकती है। अगर आमला दो साल तक फिट रहे तो वे वनडे में 10 हज़ार रन बनाने का गौरव हासिल कर सकते हैं।