लाख बचाने के बाद भी आईपीएल 2017 पर मैच फिक्सिंग की आंच आ गई है। शिकार बना है गुजरात लॉयन्स और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच कानपुर में हुआ मैच। कानपुर के जिस होटल में दोनों टीम के खिलाड़ी ठहरे थे, उसी होटल से तीन सट्टेबाज गिरफ्तार किए गए हैं। यानी खिलाड़ियों से महज चंद कमरों की दूरी पर मैच पर दांव लगाया जा रहा था।
कानपुर के ग्रीनपार्क में बीते 10 मई को गुजरात लॉयन्स और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच मैच था। ये मैदान गुजरात लॉयन्स का होम ग्राउंड है और इस पर टीम का रिकॉर्ड भी काफी अच्छा है। लेकिन इस बार दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें दो विकेट से शिकस्त दे दी।
शहर में दोनों टीम होटल लैंडमार्क में ठहरी थीं। जब भी कानपुर में कोई टीम खेलने आती है, तो इसी होटल में रुकती है। इस दौरान किसी भी आम व्यक्ति को आसानी से होटल में रूम भी नहीं मिलते। इस कड़े पहरे के बाद भी होटल के रूम नंबर 201 में तीन अन्जान लोग ठहरे हुए थे, जो असल में सटोरिए थे। खिलाड़ियों के कमरे के पास ही रहने से इनको मैच से जुड़ी तमाम जानकारी मिलने की उम्मीद थी। बहरहाल जब मैच शुरू हुआ, तो सभी कमरे, जो खिलाड़ियों और मैच स्टाफ से भरे थे, खाली हो गए। लेकिन कमरा नंबर 201 के लोग बाहर नहीं निकले।
यहीं से विजिलेंस टीम का शक गहराया और उन्होंने जांच-पड़ताल के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया। इस मैच में गुजरात के हारने से शक और भी गहरा गया है। एंटी करप्शन टीम इस मामले की जांच में लगी है। इस बीच गुजरात टीम के कुछ खिलाड़ियों का भी नाम संदिग्ध तौर पर सामने आ रहा है। खिलाड़ियों के नाम अभी नहीं सामने आए हैं, लेकिन ऐसे इनपुट हैं कि जीएल के कुछ खिलाड़ी सटोरियों के संपर्क में थे।