आईपीएल 2017 के मुकाबले में सोमवार को कोलकाता नाइट राइडर्स ने दिल्ली डेयरडेविल्स को बेहद नजदीकी मुकाबले में चार विकेट से हराया। इस जीत में कोलकाता के मिडल ऑर्डर बैट्समैन मनीष पाण्डेय की धमाकेदार पारी का सबसे बड़ा हाथ रहा। मनीष ने 49 गेंद पर 69 रन की नाबाद पारी खेली और अंतिम ओवर में छक्का जड़कर टीम की जीत पक्की की। बेहद दबाव की स्थिति में मनीष ने टीम को जीत दिलाई और ये ऐसा पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी कई मौकों पर टीम को दबाव से उबारकर जीत दिलाने वाले पाण्डेय ने मैच के बाद Sportswallah से कहा कि वो दबाव को झेलने की कला सीख चुके हैं और अब इस तरह की परिस्थितियों में प्रदर्शन करने में सहज महसूस करते हैं। पेश है शांत दिमाग वाले मनीष पाण्डेय से Sportswallah की बातचीत के अंश…
Sportswallah : आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर ही क्रिस वोक्स आउट हो गए। उस वक्त आपके दिमाग में क्या चल रहा था?
मनीष पाण्डेय : आखिरी ओवर कभी भी आसान नहीं होता, खासकर तब जब आपका साथी दूसरी ही गेंद पर आउट हो जाए। लेकिन मैंने खुद को शान्त रखा। जैसे ही नरेन मुझे स्ट्राइक देते, मैं अमित मिश्रा का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार था। हमारे लिए अच्छा रहा कि नरेन ने जल्द ही स्ट्राइक मुझे दे दी और मैं अच्छा कर सका।
Sportswallah : जब आप आखिरी गेंद का सामना करने के लिए तैयार थे, तो आपकी सोच क्या थी?
मनीष पाण्डेय : मुझे लगता है कि मैं दबाव को झेल पाने में सक्षम हूं और मेरे पास इस तरह की परिस्थितियों में प्रदर्शन करने की काबिलियत है। हालांकि मेरे और यूसुफ भाई की साझेदारी काफी अहम रही। अमित मिश्रा ने वैसी ही गेंद फेंकी, जिसकी मैं उम्मीद कर रहा था। आखिरकार मैं अपनी योजना के मुताबिक खेल सका और टीम को जीत दिलाई।