गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर पाकिस्तान ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 49.5 ओवर में 211 रनों पर ढे़र कर दिया। फाइनल में जगह बनाने के लिए पाकिस्तान को 212 रनों की जरूरत है।
टॉप ऑर्डर ने इंग्लैंड को सधी हुई शुरुआत दी थी लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाज पाकिस्तानी गेंदबाजों का आगे बेबस हो गए जिसके कारण निचले क्रम के बल्लेबाज भी बड़े शॉट नहीं खेल पाए।
पाकिस्तानी कप्तान सरफराज अहमद ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उनके गेंदबाजों ने उन्हें निराश नहीं किया। इंग्लैंड के बल्लेबाज इस मैच में सिर्फ 15 चौके ही लगा सके जबिक एक भी छक्का मेजबानी टीम के बल्लेबाजों के बल्ले से नहीं निकला।
पाकिस्तान के सबसे सफल गेंदबाज हसन अली रहे। उन्होंने अपने कोटे के 10 ओवरों में सिर्फ 35 रन दिए और तीन विकेट हासिल किए। इस तरह वह चैंपियंस ट्रॉफी के एक सीजन में पाकिस्तान की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन गए हैं।
जेसन रॉय की जगह इस मैच में शामिल किए गए जॉनी बेयरस्टो ने एलेक्स हेल्स (13) के साथ पारी की शुरुआती। हेल्स के रूप में इंग्लैंड ने अपना पहला विकेट 34 के कुल स्कोर पर खोया। वह अपना पहला मैच खेल रहे रुम्मान रइस का शिकार बने।
इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम की रीढ़ जोए रूट ने क्रिज पर कदम रखा। बेयरस्टो और रूट ने टीम का स्कोर 80 तक पहुंचाया। यहीं हसन ने बेयर्सटो को अर्द्धशतक से सात रन दूर रखा और मोहम्मद हफीज के हाथों कैच करा पवेलियन भेजा।
बेयरस्टो ने 57 गेंदों में चार चौकों की मदद से 43 रन बनाए। रूट भी अर्धशतक नहीं लगा सके। शादाब खान ने उन्हें 128 के कुल स्कोर पर विकेट के पीछ कप्तान सरफराज के हाथों कैच कराया। रूट ने 46 रन बनाने के लिए 56 गेंदें खेली और दो चौके लगाए।
कप्तान मोर्गन 33 रनों के निजी स्कोर पर हसन का दूसरा शिकार बने। यहां से इंग्लैंड की पारी लड़खड़ा गई और लगातार विकेट गिरते रहे।
बेन स्टोक्स ने अकेले संघर्ष किया लेकिन दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहे। हालांकि स्टोक्स काफी धीमा खेले और अपनी 34 रन की पारी के लिए 64 गेंदें खेली इस पारी में एक भी बाउंड्री नहीं था।
हसन के अलावा पाकिस्तान की तरफ से जुनैद खान और रइस को दो-दो सफलताएं मिलीं। शादाब एक विकेट लेने में सफल रहे। इमद वसीम को एक भी विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने किफायती गेंदबाजी की और पांच ओवरों में सिर्फ 16 रन खर्च किए।