शुभम गिल (160) और पृथ्वी शॉ (105) की दमदार बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के दम पर इंडिया अंडर-19 ने इंग्लैंड अंडर-19 टीम को चौथे वनडे मैच में 230 रनों से हरा दिया। इस विशाल जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की वनडे सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त बना ली। इंग्लैंड का टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने इस फैसले को गलत ठहराते हुए रनों का पहाड़ खड़ा करा दिया। भारतीय बल्लेबाजों ने 50 ओवरों में नौ विकेट खोकर 382 रन बनाए। विशाल लक्ष्य के सामने इंग्लैंड की टीम 37.4 ओवरों में 152 रन बनाने में ढेर हो गई। भारतीय गेंदबाजों शुरू से कसी हुई गेंदबाजी की और मेहमानों को विकेट पर टिकने नहीं दिया। तेज गेंदबाज कमलेश नागरकोटी, विवेकानंद तिवारी और शिवम मावी ने नियमित अंतराल पर विकेट चटकाए और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।
इंग्लैंड के सिर्फ तीन बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू सके। ओइले पोप (59) इंग्लैंड के सर्वोच्च स्कोरर रहे। उनके अलाव विल जैक्स ने 44 रन बनाए। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को गिल और कप्तान हिमांशु राणा (33) ने मजबूत शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 83 रन जोड़े। राणा को लियाम पेटरसन व्हाइट ने पवेलियन भेजा। कप्तान की जगह आए शॉ ने गिल का बेहतरीन साथ दिया और तेजी से रन बटोरे। दोनों ने मेहमान गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और दूसरे विकेट के लिए 231 रनों की साझेदारी की। शॉ और गिल की यह साझेदारी 27.1 ओवरों तक मैदान पर जमी रही और 8.50 की औसत से रन बटोरे।
गिल ने 120 गेंदों की अपनी पारी में 23 चौके और एक छक्का लगाया। वहीं शॉ ने अपनी शतकीय पारी में 89 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौके और दो छक्के लगाए। इस साझेदारी का अंत 43वें ओवर में हुआ जब गिल पदार्पण मैच खेल रहे आर्थर गोडसाल की गेंद पर होल्डन के हाथों लपके गए। गिल जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 314 रन था। ठीक एक रन बाद डेलरे रॉवलिंस ने अगले ओवर में शॉ की पारी का अंत किया। इस साझेदारी के टूटने के बाद भारतीय बल्लेबाज तेजी से रन बनाने की कोशिश में आउट होते चले गए।
विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड को मावी ने दूसरे ओवर में ही पहला झटका दिया। उन्होंने हैरी ब्रूक को खाता भी नहीं खोलने दिया और पवेलियन की राह दिखाई। ब्रूक छह के कुल स्कोर पर आउट हुए। इंग्लैंड की परेशानी यहां खत्म नहीं हुई। उसने अपने पांच विकेट 75 रनों पर ही गंवा दिए। इसके बाद पोप और जैक्स ने छठे विकेट के लिए 48 रनों की साझेदारी कर टीम को बचाने की कोशिश की लेकिन नागारकोटी ने पोप और तिवारी ने जैक्स को आउट कर इंग्लैंड की बची हुई उम्मीदों को खत्म कर दिया।