इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) वैसे तो दौलत और शोहरत के लिए जाना जाता है और इसकी चमक पूरी दुनिया में दिखाई देती है। देश भर में करोड़ों की तादात में इसके प्रसंशक है। प्रसंशकों की दीवानगी का आलम यह है कि आईपीएल का मैच शुरू होते ही वो अपने सारे काम छोड़ कर टीवी और मोबाइल स्क्रीन से चिपक जाते हैं। इस लीग से जुड़े खिलाड़ियों की दीवानगी भी फैंस में देखी जाती है। ऐसे ही एक डाई-हार्ड फैन हैं जावेद शाह, जो यात्रियों को अपने ऑटो से मुफ्त में सैर करवा रहे हैं।

Picture Source :- sportstar/TheHindu
गुजरात स्थित वलसाड में रहने वाले 33 वर्षीय जावेद पेशे से एक ऑटो-चालक होने के साथ-साथ वो युसूफ पठान के बहुत बड़े फैन है। वो वलसाड में युसूफ के डाई-हार्ड फैन के रूप में जाने जाते हैं। जानकारी के मुताबिक पिछले तीन वर्षों से युसूफ के रन बनाने पर वो ऑटो की सवारी की कीमतों में डिस्काउंट देते आ रहे हैं। पिछले साल तक, युसुफ के खेल के आधार पर जावेद ने 25 प्रतिशत से लेकर 75 प्रतिशत तक की छूट दी थी। लेकिन इस वर्ष उन्होंने उनके अर्धशतक या उससे अधिक रन बनाने पर मुफ्त में सवारी कराने की पेशकश की है।
स्पोर्टस्टार से बात करते हुए, जावेद ने कहा, “इस साल यूसुफ भाई अगर सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 50 या उससे अधिक रन बनाते हैं तो मैं यात्रियों को वलसाड शहर के भीतर मुफ्त में सवारी करवाऊंगा, उनसे एक पैसा नहीं लूंगा।” इस संबंध में बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि “पिछले साल तक मैंने किराए में 25 प्रतिशत की छूट दी थी। हालाँकि तब उन्होंने हर बार सिर्फ 25 से 30 रन ही बनाये थे इस वजह से मैं 100 प्रतिशत की छूट नहीं दे सकता था।” हालाँकि उन्हें पूरा भरोसा है कि इस बार युसूफ जरुर अपने बल्ले का जौहर दिखाएंगे। उन्होंने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि यूसुफ भाई इस बार सनराइजर्स के लिए प्रदर्शन करेंगे।”

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बात करे जावेद के रिक्शे की, तो उनके रिक्शे पर युसूफ और सनराइजर्स हैदराबाद के पोस्टर के साथ टी 20 के भी स्टीकर लगे हुए हैं। इस पर उन्होंने कहा, “कई प्रशंसक मैदान पर जाकर जश्न मनाते हैं। मैं लोगों की सेवा करके भाई(युसूफ पठान) के प्रति अपना प्यार जाहिर करता हूं। ”
पत्नी, दो बच्चों और अपनी माँ के साथ छोटे से घर में रहने वाले जावेद की मुलाकात तीन साल पहले युसूफ से रांझी ट्रॉफी टूर्नामेंट के दौरान वलसाड में हुई थी। उस दिन को याद करते हुए वो कहते हैं कि “मैं उस दिन यूसुफ भाई से मिला और बाद में उन्होंने मुझे खाने पर बुलाया था। उनके साथ समय बिताना मेरे लिए सम्मान की बात थी, मैं आज भी इसे नहीं भूल सका हूँ।”

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हालाँकि इस वर्ष गुजरात में आईपीएल का एक भी मैच नहीं होना हैं। फिर भी वो कहते हैं कि “मैं चाहता हूं कि वो जीतें और भाई (युसूफ) अच्छे रन बनाए, उनका खेलना ही मेरे लिए मायने रखता है।” अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाले सदस्य होने के नाते, जावेद को ऑटो चलाकर घर का खर्च चला पाना काफ़ी मुश्किल होता है, इसके बावजूद वो खेल के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के यत्रियों की मुफ्त की सेवा मुहैया करवा रहे हैं। गौरतलब है कि जावेद आईपीएल के पिछले तीन सीजन से यात्रियों को किफ़ायती रेट पर ऑटो की सवारी करवा रहे हैं।