खेल जगत के खिलाड़ियों का देश की आर्मी से गहरा नाता रहा है। आये दिन यह दिग्गज आर्मी के समर्थन में अपना योगदान करते रहते हैं। वो चाहे शहीदों के परिवारजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करनी हो या फिर सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए आर्मी कैप ही पहनकर मैच खेलना हो। इस कड़ी में आईपीएल की टीम ने एक ऐसा कारनामा किया है जिसे जानकर आप खुद को गौरवांवित होने से नहीं रोक पाएंगे। इसे जान आप अपने चहेते खिलाड़ियों पर गर्व करेंगे। जानकारी के मुताबिक आईपीएल की टीम चेन्नई सुपर किंग्स अपने पहले मैच से होने वाली पूरी आमदनी को पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों की मदद के लिए दान करेगी।

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इस दौरान चेन्नई सुपर किंग्स के निदेशक राकेश सिंह कहा कि “टिकट बिक्री से होने वाली आमदनी पुलवामा हमले के शहीदों के परिवारों को दी जाएगी।” आईपीएल की दीवानी का अलाम यह है कि इस पहले मुकाबले की टिकट बिक्री शुरू होने के कुछ घंटों के भीतर ही सारे टिकट बिक गए। राकेश सिंह ने ट्वीट कर कहा कि “सीएसके टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी शहीदों के परिवारों को सहायता राशि का चेक प्रदान करेंगे।” हालाँकि इसके पहले आईपीएल की टीम किंग्स इलेवन पंजाब ने भी द रोटरी क्लब ऑफ़ चंडीगढ़ की मदद से पंजाब और हिमाचल प्रदेश के पांच सीआरपीएफ जवानों के परिवारों को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद की थी। गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) का महामुकाबला शुरू होने जा रहा है। आईपीएल के 12वें सीज़न का पहला मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स 23 मार्च (शनिवार ) के दिन अपने घरेलू मैदान एमए चिदंबरम स्टेडियम पर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ खेलेगी।

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बात करें भारतीय क्रिकेटरों के सेना के प्रति प्रेम की तो इससे पहले शहीदों की श्रद्धांजलि देने के लिए टीम इंडिया 8 मार्च को ऑस्ट्रेलिया के साथ रांची में हुए एकदिवसीय मुकाबले में आर्मी कैप पहन कर मैच खेलने उतरी थी और मैच फीस को राष्ट्रीय रक्षा कोष में दान भी किया था। यही नहीं बीसीसीआई के सीओए ने आर्मी वेलफेयर फंड के लिए 20 करोड़ रूपये की सहायता प्रदान की थी साथ ही सीओए ने इस साल आईपीएल के भव्य उद्घाटन समारोह को आयोजित न कर आयोजन राशी को जवानों की मदद के लिए देने का फैसला किया था। आपको बता दें कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर स्थित पुलवामा में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए आत्मघाती आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। इस दर्दनाक दुर्घटना के बाद खेल जगत ने शहीदों के परिवारजनों की आर्थिक सहायता करने के लिए मदद के हाथ बढाये थे।