टीम इंडिया अब तैयार है इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में दो-दो हाथ करने के लिए। 15 जनवरी से शुरू हो रही 3 मैचों की वनडे सीरीज की तैयारियों के मद्देनज़र टीम इन दिनों पुणे में कड़ा अभ्यास कर रही है। उल्लेखनीय है कि सीरीज का पहला मैच 15 जनवरी को पुणे में खेला जाएगा। इस श्रृंखला के साथ ही विराट कोहली वनडे कप्तान के तौर पर अपनी नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं और बहुत समय बाद क्रिकेट जगत अब महेंद्र सिंह धोनी को बतौर कप्तान न देखकर एक खिलाड़ी के तौर पर देखेंगे।
टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले ने पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए धोनी की कप्तानी के बारे में बात करते हुए कहा कि महेंद्र सिंह धोनी का बतौर कप्तान कैरियर शानदार रहा है लेकिन उनकी कप्तानी के दौरान सबसे अहम बात में से एक यह रही कि उन्होंने टीम में सीनियर खिलाड़ियों को बखूबी संभाला.
धोनी की कप्तानी पर प्रकाश डालते हुए कोच कुंबले ने कहा, ‘‘2007 से 2017 तक, कप्तानी के 10 साल शानदार रहे. इससे महेंद्र सिंह धोनी की बतौर कप्तान काबिलियत दिखी और साथ ही वह उस बदलाव के दौर के दौरान क्या हासिल करने योग्य था और उस समय पर जब सीनियर खिलाड़ी जा चुके थे. ऐसे समय में कप्तान के तौर पर टीम में आना आसान नहीं था क्योंकि तब इतने सारे सीनियर खिलाड़ी टीम में थे. लेकिन उसने बहुत अच्छी तरह उनका इस्तेमाल किया.’’
कुंबले ने उस बात का जिक्र किया जब धोनी की कप्तानी में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज खिलाड़ी एक साथ खेले। इस बाबत उन्होंने कहा, ‘‘उसने(धोनी ने) उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ही नहीं कराया बल्कि टीम के लिये भी यह सर्वश्रेष्ठ रहा. नंबर एक टेस्ट टीम के तौर पर ही नहीं बल्कि बाद में विश्व कप और चैम्पियंस ट्राफी जीतने के बाद भी और अन्य कई जीत के बाद भी यह अच्छा रहा जिसमें वह टीम का हिस्सा रहा था.’’
कुंबले ने आगे कहा,‘‘इस टीम में युवी के अलावा हर किसी ने अपना करियर महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में ही शुरू किया है. इसलिये उसने ऐसा बदलाव का दौर देखा है. उसने जो हासिल किया है, उसे हासिल करना शानदार है. हम सभी जानते हैं कि खिलाड़ी और बल्लेबाज और विकेटकीपर के तौर पर उसकी कितनी अहमियत है. निश्चित रूप से मैदान पर उसकी कितनी अहमियत है.’’
उन्होंने कहा,‘‘फैसला लेना आसान नहीं है. उसे सलाम. यह दिखाता है कि वह कितना निस्वार्थी है. उसने शायद सोचा हो कि विराट के लिये जिम्मेदारी संभालने के लिये यह सही समय होगा. जैसा कि मुझे तब महसूस हुआ था जब मैंने सोचा था कि महेंद्र सिंह धोनी के लिये जिम्मेदारी संभालने के लिये सही समय है.’’ कुंबले ने कहा,‘‘जैसा कि मैंने कहा कि विराट जब टीम में आया था जब महेंद्र सिंह धोनी कप्तान था इसलिये दोनों के बीच तालमेल से विराट को बतौर कप्तान मदद ही मिलेगी.’’