बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का रांची में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच बिना किसी नतीजे के ड्रा हो गया और इस तरह से 4 मैचों की सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज अब बहुत ही रोमांचक मोड़ पर आ गई जहाँ इसका नतीजा धर्मशाला में खेला जाना वाला आखिरी टेस्ट मैच करेगा। रांची में खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने अपनी बल्लेबाज़ी दम पर एक बार फिर साबित किया कि क्यों उन्हें आज के दौर के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में शुमार किया जाता है। नाबाद 178 रनों की पारी खेलकर उन्होंने बहुत वाह-वाही लूटी। लेकिन इसके बावजूद एक दिग्गज खिलाड़ी ऐसा रहा जिन्होंने मैच के दौरान कप्तान स्टीव स्मिथ की ही आलोचना कर डाली। वो कोई और नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियाई के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क हैं। लेकिन क्लार्क ने स्मिथ को बल्लेबाज़ी को लेकर नहीं बल्कि रांची टेस्ट में उनकी रणनीति को लेकर सवाल उठाए हैं।
रांची टेस्ट की भारतीय पारी के 210 ओवरों में अनुभवी हरफनमौला खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल से कप्तान स्मिथ ने सिर्फ 4 ओवर ही गेंदबाज़ी करवाई। ये माइकल क्लार्क के लिए काफी हैरान करने वाला रहा क्योंकि भारतीय पिच पर मैक्सवेल की ऑफ स्पिन गेंदबाज़ी ऑस्ट्रेलिया के नज़रिए से काफी मददगार साबित हो सकती थी। इस बाबत उन्होंने सवाल किया कि आख़िर कप्तान स्मिथ ने ऑफ स्पिनर मैक्सवेल का इस्तेमाल क्यों नहीं किया।
मैच के दौरान माइकल क्लार्क जब स्टार स्पोर्ट्स के लिए कमेंट्री कर रहे थे तो उन्होंने स्मिथ की प्लानिंग पर सवाल उठाते हुए कहा “ये एक अच्छा बल्लेबाजी विकेट था जिस पर अगर आप एक जैसे ही गेंदबाजो से गेंदबाजी करवाते हो, तो आप इससे अच्छे परिणाम की उम्मीद नहीं कर सकते। ऐसे में मुझे लगता है कि ऐसी विकेट पर मैक्सवेल को और ज्यादा गेंदबाजी करवानी थी, क्योंकि उनकी गेंदबाजी में विविधता नहीं है और उनकी गेंदबाज़ी बल्लेबाज की उम्मीद के विपरीत कभी-कभी काम कर जाती है, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।” वहीं ऑस्ट्रेलिया टीम के कोच डैरेन लेहमन ने इस मामले में स्मिथ का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा है कि “ग्लेन मैक्सवेल को नजरअंदाज करने के स्मिथ के फैसले के साथ कोई समस्या नहीं है।” आपको बता दें 1975 के बाद ये पहला मौक़ा जब ऑस्ट्रेलिया की टीम ने फील्ड पर गेंदबाज़ी करते हुए इतना लंबा समय बिताया है।