मोहाली में भारत और श्रीलंका के बीच खेले मैच को शायद क्रिकेट प्रेमी कभी नहीं भूल सकते। भूलेंगे भी कैसे? इस मैच में रोहित शर्मा की दमदार पारी हर भारतीय दर्शक के दिल में जो समा गई। शानदार बल्लेबाज़ी का मुज़ाहिरा पेश करते हुए रोहित ने वनडे क्रिकेट में अपना तीसरा दोहरा शतक जड़ा। ऐसा कारनामा करने वाले वो इकलौते बल्लेबाज़ हैं। कमाल की तकनीक, ढृंढ़ता और आक्रामक तेवर का जो मिश्रण रोहित ने अपनी पारी के दौरान दिखाया वो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अमूमन काफी अरसे तक देखने को नहीं मिलता है। यही वजह है कि उनकी इस पारी की वाह-वाही हर जगह हो रही है।
153 गेंदों पर 13 चौकों और 12 छक्कों की मदद से नाबाद 208 रनों की पारी खेलने वाले रोहित ने मैच के बाद अपनी पारी के बारे में कहा “मैं हालात के मुताबिक बल्लेबाजी करता हूं। चीजों को परखता हूं, जो कि शुरुआत में आसान नहीं रहतीं। मैं ज्यादा से ज्यादा ओवर तक बल्लेबाजी करने की कोशिश करता हूं। क्रिस गेल, डी विलियर्स और धोनी जैसे विस्फोटक बल्लेबाज़ के साथ तुलना पर रोहित ने कहा “मेरे अंदर गेल, डी विलियर्स या फिर धोनी की तरह ताकत नहीं है। रन बनाने के लिए मुझे अपने दिमाग का इस्तेमाल करना होता है।”
अपनी छक्के लगाने की काबलियत पर रोहित ने कहा “छक्के लगाने का काम बिलकुल भी आसान नहीं है। छक्के लगाने के लिए आपको काफी प्रैक्टिस और कड़ी मेहनत की जरूरत है। क्रिकेट के खेल में ये आसान नहीं होता, भले ही टीवी में देखने के दौरान के हमें काफी आसान लगता है लेकिन इसके लिए आपको काफी कुछ करना पड़ता है। मैं छक्के लगाने के लिए अलग-अलग तरह के शॉट खेलता हूं।”
आपको बता दें रोहित शर्मा ने वनडे में अब तक कुल तीन दोहरे शतक जड़ दिए हैं। ऐसे में जब उनसे ये पूछा गया कि इन तीनों दोहरे शतकों में से कौन सा उनको सबसे ज़्यादा पसंद है तो उन्होंने कहा “मैं किसी एक दोहरे शतक को पसंदीदा नहीं कह सकता। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जो दोहरा शतक लगा था वो फाइनल था और श्रीलंका के खिलाफ जो दोहरा शतक था उसमें मैंने चोट के बाद वापसी की थी। इस शतक की बात करूं तो इस मैच में भी हमें जीतना जरूरी था नहीं तो हम सीरीज हार जाते। फिर भी मैं कहूंगा कि 264 रनों की पारी मेरी फेवरेट है।”