बर्मिंघम में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पहले टेस्ट में टीम इंडिया को 31 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत ने हार के साथ अपना आगाज़ किया है। इस टेस्ट में कप्तान विराट कोहली को छोड़कर किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ के बल्ले से रन नहीं निकले। ऐसे में पहले टेस्ट के बाद इस बात ने ज़ोर पकड़ की है कि दूसरे टेस्ट के लिए भारतीय में काफी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। लेकिन टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कप्तान विराट कोहली को ये सलाह दे डाली है कि वो दूसरे टेस्ट के लिए प्लेइंग-XI में कोई बदलाव न करें।
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के ज़रिये गांगुली ने कहा “अगर आपको टेस्ट मैच जीतना है तो फिर प्रत्येक को रन बनाने होंगे। यह पांच मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट था और मेरा मानना है कि टीम में वापसी करने और अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है। अजिंक्य रहाणे और मुरली विजय को अधिक प्रतिबद्धता दिखानी होगी, क्योंकि वे पहले भी ऐसी परिस्थितियों में रन बना चुके हैं।”
विराट कोहली के बारे में बात करते हुए गांगुली ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि हार के लिए कप्तान जिम्मेदार है। अगर आप कप्तान हो, तो हार के लिए आपकी आलोचना होगी जैसे की जीत पर बधाई आपको मिलती है। कोहली की आलोचना इसलिए भी होती रही है कि क्या उन्हें अपने बल्लेबाजों को बाहर करने से पहले पर्याप्त मौके देने चाहिए। इंग्लैंड की परिस्थितियों में स्विंग के सामने नाकामी अब बहाना नहीं हो सकता है क्योंकि हर कोई जानता है कि इंग्लैंड में उन्हें कैसी परिस्थितियों का सामना करना होगा।”
गांगुली ने आगे कहा, “यह सच है लेकिन लगातार अंतिम एकादश से छेड़छाड़ और बदलाव करने से खिलाड़ियों के दिमाग में भय समा सकता है कि इतने वर्षों के बाद भी वे टीम प्रबंधन का भरोसा जीतने में नाकाम रहे। खिलाड़ियों के लिए सभी प्रारूपों में खेलना महत्वपूर्ण है. इस संदर्भ में उन्होंने पिछली भारतीय टीमों का उदाहरण दिया।”
उन्होंने कहा, “पूर्व की दिग्गज टीमों चाहे वह ऑस्ट्रेलिया हो, दक्षिण अफ्रीका या हमारी टीम, के साथ अच्छी बात यह थी खिलाड़ी दोनों प्रारूपों में खेलते थे। इनमें सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग के अलावा मैं शामिल था। इसलिए जब आप एक या दो मैचों में असफल रहते थे, तो आपके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी का मौका रहता था। प्रथम श्रेणी मैचों में 150 रन बनाने से आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की भरपाई नहीं कर सकते। इस टीम में विराट को छोड़कर कोई भी अन्य बल्लेबाज सभी प्रारूपों में नहीं खेलता है।”