दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी 7 मई को आईपीएल से रवाना हो जाएंगे। वहीं इंग्लैंड के खिलाड़ी आईपीएल से दो बैचों में रवाना होंगे। जिसमें कुछ 1 मई के बाद वहीं कुछ 14 मई के बाद आईपीएल छोड़कर चले जाएंगे। दरअसल, दक्षिण अफ्रीका का इंग्लैंड दौरा बीच मई में शुरू हो रहा है और टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए इन दोनों टीमों के खिलाड़ी स्वदेश लौट जाएंगे। इसके अलावा 1 जून 2015 से शुरू हो रही चैंपियस ट्रॉफी एक सबसे बड़ा कारण है जिसके चलते दोनों बोर्ड अपने खिलाड़ियों को वापस बुला लेंगे। आईपीएल ने फ्रेंचाइजियों को इसकी जानकारी 20 फरवरी को हुई नीलामी के पहले ही दे दी थी। इस दौरान फ्रेंचाइजियों को ये भी बताया गया था कि बीसीसीआई ने इस संबंध में क्रिकेट साउथ अफ्रीका से भी बातचीत की थी ताकि उनके खिलाड़ी कुछ और दिनों के लिए टूर्नामेंट में रुकते। लेकिन ये बातचीत अंततः असफल रही। उल्लेखनीय है कि आईपीएल 10 का फाइनल 21 मई को हैदराबाद में खेला जाना है।
एबी डीविलियर्स(रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू), फाफ डु प्लेसिस(राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स), जेपी डुमिनी, क्विंटन डि कॉक और क्रिस मौरिस (दिल्ली डेयरडेविल्स), डेविड मिलर और हाशिम अमला (किंग्स इलेवन पंजाब) को इस सीजन के लिए उनकी फ्रेंचाइजियों ने रिटेन्ड किया है। इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाड़ियों
जोस बटलर (मुंबई इंडियंस) और सैम बिलिंग्स (डेयरडेविल्स) को भी उनकी फ्रेंचाइजियों ने रिटेन्ड किया है। इसके अलावा 20 फरवरी को मुंबई में हुई नीलामी में कुछ इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों की खरीदारी की गई है। इस खरीदारी में वैसे इमरान ताहिर को कोई खरीदार न मिल पाने का ये कारण भी है। वैसे कगीसो रबाडा, टाइमल मिल्स, बेन स्टोक्स, ऑइन मॉर्गन इस सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ियों में से एक हैं और ये सभी खिलाड़ी इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका से ताल्लुक रखते हैं। इससे ये देखना दिलचस्प होगा कि इन खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में इनकी फ्रेंचाइजी के प्रदर्शन में क्या गिरावट देखने को मिलेगी।