अनिल कुंबले के कोच के पद से इस्तीफा देने के बाद से ही बयानबाज़ियों का सिलसिला ज़ारी है। इस मुद्दे पर कई पूर्व दिग्गजों ने टिप्पणी की है। मिली जानकारी के अनुसार कुंबले टीम इंडिया के खिलाड़ियों से अनुशासन में रहने पर ज़ोर देते थे जिसकी वजह से कई बार खिलाड़ियों को कुंबले की फटकार का भी सामना करना पड़ता था जो कोहली और कुछ खिलाड़ियों को रास नहीं आया। इस बाबत अब पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने बयान दे डाला है। गावस्कर ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, “तो क्या आपको ऐसे लोग चाहिए जो आपसे कहें कि आज अभ्यास ना करें क्योंकि आपकी तबीयत ठीक नहीं है, छुट्टी लें और शॉपिंग करें। अगर कोई अपना काम सख्ती से करता है और उसे अच्छे नतीजे भी मिलते हैं जैसा कि कुंबले ने पिछले एक साल में कर दिखाया है। मेरा मानना है कि उन खिलाड़ियों को टीम से बाहर होना चाहिए।”
बतौर कोच कुंबले की तारीफों के कसीदे पढ़ते हुए गावस्कर ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो जो उपलब्धियां अनिल कुंबले ने पिछले एक साल में हासिल की हैं, वाकई कमाल हैं। इसलिए मैं अनिल कुंबले को अखबार में छपी खबरों के जरिए सख्ती दिखाने वाले व्यक्ति के रूप में बदनाम नहीं होने देना चाहता।” गावस्कर ने आगे कहा, “इससे नए कोच को भी ये संकेत मिलेंगे कि उसे खिलाड़ियों के आगे सिर झुकाना है वरना उसके साथ भी वही होगा जो अनिल कुंबले के साथ हुआ। उसे भी अपने पद से हटना पड़ेगा जो कि बहुत ही ज्यादा दुखद है।”
आपको बता दें गावस्कर से पहले पूर्व भारतीय खिलाड़ी मदन लाल ने भी कुंबले का समर्थन करते हुए कहा था कि “मुझे लगता है कि अनिल कुंबले ने अपने पद से इस्तीफा देकर सही फैसला लिया है क्योंकि अगर ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ी आपका सम्मान नहीं करते तो कोच बने रहने का कोई मतलब नहीं है।”