बर्मिंघम में हुए चैंपियंस ट्रॉफी के सेमी-फाइनल मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को 9 विकेट से करारी मात देते हुए अपना फाइनल का टिकट पक्का कर लिया। इस जीत में शतकवीर रोहित शर्मा के अलावा विराट कोहली ने 78 गेंदों पर नाबाद 96 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर जीत में अहम भूमिका निभाई। इस पारी के दौरान भारतीय कप्तान कोहली ने अपने नाम एक बड़ा रिकॉर्ड भी दर्ज कर लिया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में 8000 रन पूरे कर लिए। कोहली ने सबसे कम मैच में शिरकत करते हुए यह कारनामा अपने नाम किया है। उन्होंने 183 वनडे मैच खेलते हुए 8000 रन पूरे किए। इससे पहले वनडे क्रिकेट में सबसे तेज़ 8000 बनाने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स के नाम था। डिविलियर्स ने 190 एकदिवसीय मैचों में 8000 रन मुकम्मल किए थे।
28 वर्षीय कोहली को अब रिकॉर्ड बनाने की लत सी लग गई है। मैच दर मैच यह खिलाड़ी नए-नए रिकॉर्ड के साथ विश्व क्रिकेट में अपना औदा बढ़ाते जा रहा है। 183 वनडे मैचों की 175 पारियों में कोहली ने 54.48 की शानदार औसत और 91.04 की स्ट्राइक रेट के साथ कुल 8008 रन बनाए हैं। इस दौरान कोहली ने कुल 8796 गेंदों का सामना करते हुए 42 अर्द्धशतक और 27 शतक जड़े हैं। अब तक वनडे क्रिकेट में कोहली के बल्ले से 747 चौके और 86 छक्के निकले हैं। यह आंकड़े अपने आप इस बात को बयां कर रहे हैं कि कोहली का कद आज कितना ऊंचा हो चुका है।
विराट कोहली के नाम भारत की तरफ से वनडे क्रिकेट में सबसे तेज़ 4000, 5000, 6000 और 7000 रन बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। जिस रफ़्तार से वो एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में रन बना रहे हैं इसको देखते हुए तो यही लगता है कि आने वाले समय में यह बल्लेबाज़ कोई भी रिकॉर्ड तोड़ने का माद्दा रखता है। कोहली की ख़ास बात यह है कि वो रन चेज़ करते हुए कमाल की बल्लेबाज़ी करते हैं और दबाव में जो अच्छा प्रदर्शन करे उसे आज की तारीख़ में विराट कोहली कहा जाता है।