सोमवार को देर रात इंग्लैंड का मैनचेस्टर एरिना धमाके से दहल उठा। ये धमाका अरियाना ग्रैंड के एक सिंगिंग कॉन्सर्ट के दौरान हुआ। इस धमाके से लगभग 22 लोगों के मरने और 50 के घायल होने के ख़बर आ रही है। इस धमाके के बाद खेल जगत में खलबली मच गई है और इसका असर क्रिकेट पर भी पड़ सकता है। आखिर ये हमला एक ऐसे शहर में हुआ है जो इंग्लैंड की खेल विरासत का एक अहम हिस्सा है। गौरतलब है कि इंग्लैंड में ही 1 जून से चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन किया जाना है। ऐसे में खिलाड़ियों की सुरक्षा एक चिंता का विषय बन सकता है।
इस धमाके को देखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मंगलवार की सुबह एक आपात बैठक की घोषणा की। इस बैठक में मैनचेस्टर में हुए धमाके को चर्चा की जानी थी। बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर ज़रा सी भी कोताही नहीं बरतना चाहता इसलिए उन्होंने इस बैठक का आयोजन किया और इसमें खिलाड़ियों की सुरक्षा के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया। टीम इंडिया के चैंपियंस ट्रॉफी में होने वाले मैचों के स्थल मैनचेस्टर के काफी नजदीक ही हैं, ऐसे में बोर्ड का चिंतित होना लाजमी है। हालांकि आईसीसी ने मैंचेस्टर धमाके के बाद कहा है कि वो इस टूर्नामेंट के लिए सुरक्षा का पूरा जायज़ा लेगी और उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
आपको बता दें इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट 8 टीमों के बीच 1 से 18 जून तक खेला जाना है। लेकिन उससे पहले सभी टीमों को अपना-अपना अभ्यास मैच खेलना है। टीम इंडिया को अपना पहला प्रैक्टिस मैच 28 मई को न्यूजीलैंड के खिलाफ द ओवल में खेलना है। इसके बाद इसी मैदान पर उन्हें 30 मई को बांग्लादेश के विरुद्ध अपना दूसरा प्रैक्टिस मैच खेलना है। इसके बाद 4 जून को भारत को इस टूर्नामेंट का अपना पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेलना है।
ख़बरों के मुताबिक भारत के साथ-साथ अन्य देशों को भी मैनचेस्टर में हुए धमाके की गूँज परेशान कर चुकी है। उनको भी अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा परेशानी का सबब बनी हुई है। कई देशों की टीम तो इस समय चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इंग्लैंड पहुंच भी चुकी है। पाकिस्तान की टीम उन्हीं में से एक है। ऐसे में आईआईसी को खिलाड़ियों की सुरक्षा का विशेष बंदोबस्त करना होगा। नहीं तो कहीं ऐसा ना हो कि खिलाड़ियों की सुरक्षा इस टूर्नामेंट के आयोजन में एक रोड़ा बन जाए।