फीफा वर्ल्ड कप 2018 के नॉकआउट की शुरुआत जिस तरह से हुई, इसने सबको चौंका दिया है। एक ही दिन में दुनिया के दो दिग्गज खिलाड़ी ख़िताब की दौड़ से बाहर हो गए। ये ऐसी हार रही जिसने दुनियाभर के फुटबॉल प्रशंसकों को में सकते में डाल दिया। मेसी और रोनाल्डो अब फीफा विश्व कप 2018 में नहीं दिखेंगे। फिर कभी फीफा विश्व कप में दिखेंगे, अब ये भी कहना बहुत मुश्किल है, और अब दोनों फुटबॉल के मैदान में दिखेंगे या नहीं, या कब तक दिखेंगे इस पर अटकलें तेज हो गई हैं।
मेसी और रोनाल्डो की गिनती विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर्स में होती है। दोनों की लोकप्रियता में सीमाएं कभी बाधक नहीं बन पाईं। भारत जैसे देश में जहां फुटबॉल को लोग बहुत कम पसंद करते हैं, वहां भी इन दोनों का जादू सिर चढ़कर बोलता है। दोनों ने चार-चार बार बैलन डी ऑर ट्रॉफी अपने नाम किया है। चार बार फीफा वर्ल्ड कप भी खेले लेकिन वर्ल्ड चैंपियन का तमगा नहीं जीत पाए। और अब तो ये आरोप भी लग रहे हैं ये क्लब खिलाड़ी हैं।
मेसी की टीम प्री क्वार्टर फाइनल में फ्रांस के हाथों 0 से तो वहीं रोनाल्डो की टीम पुर्तगाल उरुग्वे के हाथों 2-1 से हारकर वर्ल्ड कप से बाहर हो गई। क्या इस हार के साथ ये भी समझा जाए कि दुनिया के दो सबसे महान फुटबॉलरों का वर्ल्ड कप जीतने का सपना सपना ही रह जाएगा?
अगले वर्ल्ड कप में यानी 2022 में मेसी की उम्र 36 साल जबकि रोनाल्डो की 37 साल हो जाएगी। ऐसे में ये इनका संभवतः आखिरी वर्ल्ड कप था। मेसी के साथी खिलाड़ी 34 वर्षीय जेवियर मैशरेनो संन्यास की घोषणा कर दी हैं, ऐसे में अब मेसी पर भी दबाव बनना स्वभाविक है। अपने क्लब बार्सिलोना के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले मेसी 2014 के वर्ल्ड कप फाइनल में जीत की दहलीज पर आकर फिसल गये थे। 2015 के कोपा अमेरिका कप के फाइनल में चूके। फिर 2016 में चिली के खिलाफ एन वक्त पर असफल रहे। चिली के खिलाफ फाइनल में पेनाल्टी से चूकने के बाद मेसी ने संन्यास तक ले लिया और जीत की आस में दोबारा मैदान में उतरे। क्वालीफाइंग में इक्वाडोर के खिलाफ हैट्रिक जमाकर टीम को वर्ल्ड कप तक ले आए लेकिन अफ़सोस, एक बार फिर ख़िताब से दूर रह गए।
2008 बीजिंग ओलंपिक में अर्जेंटीना टीम को स्वर्ण पदक दिलाने में मेसी का योगदान अहम रहा। यही नहीं फीफा के 5 बार बेस्ट फुटबॉलर भी रहे हैं। बार्सिलोना के लिए 637 मैचों में मेसी ने अब तक 552 गोल किए हैं जबकि अपन देश के लिए अर्जेंटीना के लिए 128 मैचों में 65 गोल दागे हैं। वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले ही मेसी से जब पूछा गया गया था कि वे वर्ल्ड कप के बाद अपना अन्तरराष्ट्रीय करियर जारी रखेंगे तो उन्होंने कहा था कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि हमारा प्रदर्शन कैसा रहता है। मेसी इस वर्ल्ड में मात्र एक गोल ही कर पाए और इस दौरान उन्होंने एक पेनल्टी और चार फ्री किक भी मिस किए। मेसी ने वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना के लिए अब तक 6 गोल किए हैं। उन्होंने 206 में एक, 2014 में चार और 2018 में एक गोल किया। तीन अलग-अलग (2006, 2014, 2018) गोल करने वाले अर्जेंटीना के तीसरे खिलाड़ी हैं।
वहीं रोनाल्डो ने हैट्रिक जरूर लगाई लेकिन अपनी टीम को ख़िताब के पास तक भी नहीं ले जा पाए। संन्यास पर रोनाल्डो का कहना है कि अभी किसी खिलाड़ी के भविष्य पर बात करता ठीक नहीं है। हमारे पास बेहतरीन युवा खिलाड़ी हैं जिस कारण टीम मजबूत बनी रहेगी। 154 मैच पुर्तगाल के लिए खेलने वाले रोनाल्डो अपनी टीम के लिए अब तक 54 गोल जबकि 2009 से स्पेनिश क्लब रियल मेड्रिड की तरफ से 292 मैचों में 311 गोल दाग चुके हैं। रोनाल्डो के साथ पुर्तगाल 31 मैचों से अजेय थी, उरुग्वे ने उसका सफ़र रोका। पिछले बार 2014 में जर्मनी के खिलाफ पुर्तगाल को हार झेलनी पड़ी थी।
वर्ल्ड कप में दोनों खिलाड़ियों का प्रदर्शन
लियोनल मेसी
साल मैच सहायक गोल
2018 04 02 01
2014 07 01 04
2010 05 01 00
2006 03 01 01
क्रिस्टियानो रोनाल्डो
साल मैच असिस्ट गोल
2018 04 00 04
2014 03 01 01
2010 04 01 00
2006 06 00 01