अक्सर बड़े टूर्नामेंट को होस्ट करने वाले देश खुद उनमें अच्छा प्रदर्शन करने में चूक जाते हैं। लेकिन 2006 फीफा में जर्मनी ने ये सिलसिला तोड़ा। फीफा का धमाकेदार आगाज जर्मनी ने ही किया। ग्रुप-ए के पहले मैच में जर्मनी का सामना कोस्टा रिका से हुआ। कोस्टा रिका ने पिछले कुछ वक्त में अच्छा प्रदर्शन जरूर किया था, पर जर्मनी से पार पाने के लिए उन्हें किसी अविश्वसनीय प्रदर्शन की जरूरत थी। ऐसा नहीं हो सका। जिसकी उम्मीद थी, वही हुआ। म्यूनिख के आलियांज अरीना पार्क में खेले गए मैच में जर्मनी ने आक्रामक खेल दिखाया। मैच के छठें मिनट में ही जर्मनी ने अपना खाता खोल लिया। 12वें मिनट में ही कोस्टा रिका ने भी संघर्ष का सबूत देते हुए गोल कर दिया।
17वें मिनट में ही जर्मनी ने एक बार फिर बढ़त बना ली। हाफ टाइम तक जर्मनी 2-1 की बढ़त पर था।
हाफ टाइम के बाद जर्मनी ने दो गोल और दागे, जबकि तमाम कोशिश के बाद भी कोस्टा रिका एक गोल ही कर सका। फाइनल स्कोरलाइन 4-2 रहा। जर्मनी ने उम्मीद के ही मुताबिक अपने फीफा अभियान की धमाकेदार शुरुआत की।
ये उन चुनिंदा मौकों में से एक था, जब होमटीम ने इस अंदाज में शुरुआत की हो। जर्मनी ने इसके बाद भी ग्रुप राउंड के अपने दोनों मैच जीते। वहीं दूसरी ओर कोस्टा रिका इस शुरुआती हार के झटके से उबर नहीं सका और ग्रुप राउंड में तीनों मैच में हार का सामना करना पड़ा।