दुनियाभर में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचारों के सबूत कहीं न कहीं मिल ही जाते हैं। अब एक और बड़ा मामला फुटबॉल मैच के बीच से सामने आया है। इस घटना के बाद साफतौर पर देखा जा सकता है कि महिलाएं खेल की दुनिया में भी सुरक्षित नहीं हैं। जब अच्छी जगहों पर भी महिलाओं के साथ बुरा व्यवहार होने लगा है तो आप बाहर की दुनिया के सच का अंदाज़ा बड़ी आसानी से लगा सकते हैं।

female refereeTayla Harris received hate for this picture (Source: ABC)
आपको याद होगा कि हाल ही में ‘द ऑस्ट्रेलियन’ ने महिला फुटबॉलर टायला हैरिस की सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई इस तस्वीर पर आए भद्दे कमेंट्स पर एक लंबी स्टोरी की थी। इस लेख में उन्होंने अपनी एक रिसर्च भी डाली थी। जिसके तहत महिला खिलाड़ियों की तस्वीरों पर पुरुष सबसे अधिक गंदे, भद्दे और अश्लील कमेंट करते हैं।

female refereeGiulia Nicastro posted this picture on her Instagram (Photo: Instagram/nicastro.giulia)
अब एक नया मामला सामने आया है, जिसने सभी को हैरान करके रख दिया है। फुटबॉल मैच के दौरान एक 14 साल के फुटबॉलर ने महिला रेफरी गियूलिआ निकास्त्रो के सामने अश्लील हरकत करते हुए भद्दी टिप्पणी की। यह घटना युवाओं की टीम के ट्रेपोर्टी और मिरानेसे के बीच खेले जा रहे मैच के बीच होती है। महिला रेफरी से एक खिलाड़ी मैच के बीच में ही अश्लील हरकत करने लगता है।
दरअसल, ये हालात उस वक्त बनते हैं जब रेफरी एक टीम को कॉर्नर किक देती है। इसी एक निर्णय के बाद विरोधी टीम का एक 14 साल का खिलाड़ी अपना शॉर्ट उतार देता है और महिला रेफरी की तरफ प्रदर्शन करने लगता है। इसके साथ ही वह रेफरी से कहता है कि या तो उसे मैच से निकाल दे या फिर उसके साथ सेक्स प्रैक्टिस करे। एक 14 साल के खिलाड़ी से किसी महिला के लिए ऐसी भद्दी हरकत पुरुषों की मानसिकता पर प्रश्नचिह्न लगाने का काम करती है।
फुटबॉलर की इस हरकत के बाद गियूलिआ उसे रेड कार्ड देते हुए खेल के मैदान से बाहर का रास्ता दिखा देती है। जिसके बाद दर्शक दीर्घा में बैठे फैंस इस महिला रेफरी पर चारों ओर से भद्दी टिप्पणियां करने लगते हैं। यह बेहद शर्मनाक हरकत थी। सामूहिक रूप किसी गंदी सोच का समर्थन करने वालों पर भी सवाल उठता है कि वो कैसे किसी महिला पर सरेआम भद्दी टिप्पणियां कर सकते हैं। क्या हम अब भी महिलाओं की काबिलियत को मानने के लिए तैयार नहीं हैं।
ट्रेपोर्टी टीम ने अपने फैंस को ऐसा करने से रोका भी नहीं। बाद में उन्होंने एक क्षमा पत्र लिखकर जरूर भेज दिया। अब इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट को रोम के फुटबॉल फेडरेशन को भेज दिया गया है।