रूस की राजधानी मास्को में रंगारंग कार्यक्रम के बाद फीफा विश्व कप 2018 का पहल मुकाबला रूस और सऊदी अरब के बीच खेला गया। फुटबॉल विश्वकप के 21वें संस्करण के इस पहले मैच में 14 जून 2018 को लुजनिकी स्टेडियम में रूस ने सऊदी अरब को 5-0 से हराकर टूर्नामेंट का शानदार आगाज किया।
80000 दर्शकों के समक्ष फुटबॉल के इस महासमर में रूस ने मनचाही शुरूआत करते हुए पहले हाफ में दो और दूसरे हाफ में 3 गोल दागकर सऊदी अरब पर एक तरफा जीत दर्ज की। इस मैच के मेजबान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी दर्शक दीर्घा में मौजूद रहे।
रूस की तरफ से डेनिस चेरिशेव ने 2 और यूरी गाजिंस्की, अर्तेम ज्यूबा और एलेक्जेंडर गोलोविन ने एक-एक गोल दागा। वहीं सऊदी अरब की तरफ से एक भी गोल कोई खिलाड़ी नहीं दाग पाया, इस तरह विश्वकप के पहले मुकाबले के इतिहास में रूस ने ब्राजील के 64 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। सन् 1954 के विश्वकप में हुए पहले मुकाबले में ब्राजील ने मैक्सिको को 5-0 से मात दिया था।
साल 2018 के विश्वकप का पहला गोल रूस के मिलफील्डर एलेक्जेंडर गोलोविन के बेहतरीन क्रॉस को यूरी गाजिंस्की ने मैच के 12वें मिनट में शानदार हेडर से गोल में तब्दील करते हुए दागा। उसके बाद रूस की टीम ने आक्रामक फुटबॉल खेली और सऊदी अरब के खेमे में भगदड़ मच गयी।
रूस के खिलाड़ियों के सामने सऊदी अरब के खिलाड़ी शारीरिक शक्ति और तेजी में भी पीछे रहे, जिसकी वजह से पहला गोल दागने के 3 मिनट बाद ही रूस ने एक और प्रयास किया। हालांकि मेहमान टीम के गोलकीपर अब्दुल्ला अल-मयूफ ने गोल का बचाव किया।
दिलचस्प बात ये भी है कि सऊदी अरब ने गेंद पर ज्यादा समय तक गेंद अपने पास रखा। लेकिन गोल करने नाकामयाब रही, वहीं रूस को जब भी मौका मिला टीम ने शानदार तरीके से गोल किया। 22वें मिनट में मेजबान रूस को बड़ा झटका लगा, क्योंकि एलन ड्झागोव मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से मैदान से बाहर चले गये।
मैच के दूसरे हाफ में रूस ने शानदार खेल दिखाया और 19 मिनट के भीतर ही तीन गोल दाग दिये। अर्तेम ज्यूबा ने 71वें मिनट में, चेरिशेव ने 90वें मिनट में और अतिरिक्त समय में अलेक्जेंडर गोलोविन ने गोल करके रूस को मुकाबले में निर्णायक 5-0 की बढ़त दिला दी।
आपको बता दें सउदी अरब 12 साल बाद विश्वकप में भाग ले रही है, जबकि सन् 1994 में इस देश ने विश्वकप में अपना आखिरी मुकाबला जीता था। वहीं टूर्नामेंट से पहले रूस को लगातार 7 मैचों में एक भी जीत नहीं नसीब हुई थी। ऐसे में टीम के लिए विश्वकप में ये बेहतरीन शुरूआत से कम नहीं है।