फीफा वर्ल्ड कप 2018 में रोजाना बड़े उलटफेर देखने को मिल रहे हैं। 2014 के वर्ल्ड चैंपियन जर्मनी के ग्रुप स्टेज से बाहर होने के बाद शनिवार को अर्जेंटीना भी टूर्नामेंट से बाहर हो गई। इसके साथ ही स्टार फुटबॉलर मेसी का वर्ल्ड कप जीतने का सपना अधूरा ही रह गया।
शनिवार को खेले गए पहले क्वॉर्टर फाइनल में फ्रांस ने ने 0 के अंतर से हराते 2014 की उपविजेता अर्जेटीना को बाहर का रास्ता दिखा दिया। फ्रांस की जीत में युवा फारवर्ड कीलियन म्बाप्पे के दो गोलों का अहम योगदान रहा।
म्बाप्पे वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैच में दो गोल करने वाले 20 साल से कम उम्र के दूसरे खिलाड़ी बने। इससे पहले ब्राजील के पेले ने 1958 में स्वीडन के खिलाफ 17 साल 249 दिन की उम्र में फाइनल मैच में ऐसा किया था। उन्होंने मैच के 55वें और 90 में मिनट में गोल किया था, जबकि एम्बाप्पे ने अपने दोनों गोल मैच के दूसरे हाफ में किए।
कजान ऐरेना में खेले गए इस नॉकआउट मुकाबले में फ्रांस के लिए एम्बाप्पे के अलावा एंटोनी ग्रीजमैन ने पेनाल्टी पर गोल किया जबकि बेंजामिन पावर्ड ने भी एक गोल किया। अर्जेटीनी टीम की ओर से एंहेल डी मारिया, गेब्रियल मकाडरे और सर्गियो अगुएरो ने गोल किए।
मैच के नौवें मिनट में एम्बाप्पे को अर्जेटीना के बॉक्स के बाहर करीब 25 गज की दूरी पर जेवियर माशेरानो ने गिरा दिया और फ्रांस को मैच की पहली फ्री-किक मिली। स्टार फारवर्ड एंटोनी ग्रीजमैन ने शानदार फ्री-किक ली लेकिन वह गेंद को क्रॉसबार पर मार बैठे।
एंहेल डी मारिया ने दागा लंबी दूरी से गोल
इसके दो मिनट बाद, म्बाप्पे ने मिडफील्ड से गेंद के साथ शानदार दौड़ लगाई। अर्जेटीना के बॉक्स के भीतर म्बाप्पे को मैनचेस्टर युनाइटेड से खेलने वाले डिफेंडर मार्कस रोहो ने गिरा दिया। इस पर फ्रांस को पेनाल्टी मिला, जिस पर 13वें मिनट में ग्रीजमैन ने गोल करके अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। पहले हाफ के अंतिम क्षणों में अर्जेटीना के एंहेल डी मारिया ने लंबी दूरी से दमदार गोल दागकर अपने टीम को बराबरी दिला दी।
अर्जेंटीना के कप्तान मेसी वर्ल्ड कप के मैच में अपने देश के लिए दो गोल एसिस्ट करने वाले दूसरे खिलाड़ी बने। इससे पहले डिएगो मैराडोना ने 1986 में साउथ कोरिया के खिलाफ ऐसा किया था। वहीं एंहेल डी मारिया ने इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा दूरी से गोल किया। उन्होंने 41वें मिनट में 27.61 मीटर की दूरी से गेंद को गोलपोस्ट में डाल दिया। डी मारिया का ये दूसरा वर्ल्ड कप गोल है। इससे पहले 2014 में उन्होंने स्विट्जरलैंड के खिलाफ प्री-क्वार्टर फाइनल में गोल दागा था।
दूसरे हाफ की शुरुआत में अर्जेंटीना ने शानदार खेल दिखाया और बाएं छोर पर फ्री-किक अर्जित करने में कामयाब रही। अनुभवी मिडफील्डर एवर बानेगा ने 48वें मिनट में फ्री-किक पर बेहतरीन क्रॉस दिया और बॉक्स के भीतर गेंद मेसी को मिली। मेसी ने गोल की ओर शॉट मारा लेकिन गेंद गेब्रियल मकाडरे के पांव से लगकर गोल में चली गई। इस गोल के साथ ही अर्जेटीना ने मैच में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली।
इसके नौ मिनट बाद हीव फ्रांस के डिफेंडर बेंजामिन पावर्ड ने बॉक्स के बाहर से दमदार गोल करके अपनी टीम को बराबरी दिला दी। मैच के 64वें मिनट में म्बाप्पे ने बॉक्स के पास तेजी दिखाई और अर्जेटीना के डिफेंडरों को छकाते हुए अपनी टीम को 3-2 से आगे कर दिया। मैच के 68वें मिनट में म्बाप्पे ने एक बार फिर तेजी दिखाई और बॉक्स के दाईं छोर पर मिले पास को गोल में डालकर फ्रांस की बढ़त को 4-2 कर दिया।
क्वॉर्टर फाइनल में फ्रांस की उरुग्वे से टक्कर
अर्जेटीना ने दो गोलों से पिछड़ने के बावजूद मैच में वापसी करने की अपनी कोशिशें जारी रखी। इंजुरी टाइम (93वें मिनट) में मेसी ने दाएं छोर से बेहतरीन क्रॉस दिया जिस पर हेडर से गोल दागकर सर्गियो अगुएरो ने अर्जेटीना के वापसी की उम्मीदें जगाई लेकिन समय कम होने के कारण वे फ्रांस को अगले दौर में जाने से नहीं रोक पाए। फ्रांस से हारने के साथ ही अर्जेंटीना के मिडफील्डर जेवियर माशेरानो ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया।
फ्रांस की टीम अब क्वॉर्टर फाइनल मुकाबले में उरुग्वे की टीम से भिड़ेंगी। उरुग्वे ने राउंड ऑफ 16 में रोनाल्डो की टीम पुर्तगाल को 2-1 से हराकर क्वॉर्टर फाइनल का टिकट पक्का किया।