भारतीय फुटबॉल के लिए हाल ही में संपन्न हुए इंटरकांन्टिनेटल कप को बड़े बदलाव की तरह देखा जा रहा है। भारतीय कप्तान सुनील छेत्री के इमोशनल रिक्वेस्ट के बाद मुंबई में संपन्न हुए इस टूर्नामेंट में दर्शकों की संख्या ने भारतीय फुटबॉल को नई ऊंचाई दी है।
इसी टूर्नामेंट के दौरान भारतीय टीम के कोच स्टीफन कोंस्टाइन ने भारत सरकार से आग्रह किया था कि इस साल इंडोनेशिया में होने वाले एशियाई खेलों के लिए भारतयी फुटबॉल टीम को भेजा जाए। जिसके बाद सरकार ने भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम को जकार्ता में होने वाले आगामी एशियाई खेलों में खेलने की अधिकारिक स्वीकृति दे दी है। हालांकि महिला टीम को अब भी हरी झंडी का इंतजार है।
पुरुष टीम के राष्ट्रीय कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन का मानना है कि भारतीय फुटबॉल टीम का प्रदर्शन तभी बेहतर हो सकता है। जब उसे अच्छी टीमों के साथ ज्यादा से ज्यादा मुकाबले खेलने को मिलेंगे, ऐसे में एशियाई खेलों में भारतीय टीम को एशिया की बेस्ट टीम से खेलने का मौका मिलेगा।
एआईएफएफ से जुड़े एक करीबी सूत्र ने कहा, ‘अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने अधिकारिक पुष्टि की है। पुरुष टीम निश्चित रूप से खेलों में भाग लेने जा रही है, लेकिन महिला टीम को अब भी हरी झंडी का इंतजार है।’ कांस्टेनटाइन ने कहा था, ‘हमें ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने चाहिए और अगर सरकार सुन रही है, तो हमें एशियाई खेलों के लिए भेज दीजिए। यह अंडर- 23 का टूर्नमेंट है और हमारी इस टीम में 11 खिलाड़ी ऐसे हैं, जो 23 साल से कम उम्र के हैं। खिलाड़ियों को एशियाई खेलों में खेलने से काफी फायदा होगा।’
कोच कांस्टेनटाइन जुलाई में शिविर लगाएंगे, यही नहीं इंटरकॉन्टिनेंटल कप का आयोजन 2019 एएफसी एशियाई कप की तैयारियों के लिए किया गया था। एएफसी एशियाई कप में ग्रुप ए में मेजबान संयुक्त अरब अमीरात, थाइलैंड और बहरीन जैसी टीमों के साथ रखा गया है। ये टूर्नामेंट 5 जनवरी से 1 फरवरी तक खेला जाएगा, जहां भारतीय टीम को कड़ी चुनौती मिलने का आसार हैं।