फीफा वर्ल्ड कप 2018 का दूसरा सेमीफाइनल बुधवार को इंग्लैंड और क्रोएशिया के बीच खेला जाएगा। ये मैच जो भी टीम जीतेगी फाइनल में उसका मुकाबला फ्रांस से होगा। दोनों टीमें आठवीं बार आमने-सामने होंगी लेकिन फीफा वर्ल्ड कप के नॉकआउट दौर में दोनों की ये पहली भिड़ंत होगी।
अपने सभी ग्रुप मैच जीतकर यहां तक पहुंची क्रोएशिया का अब तक का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। अर्जेंटीना को 3-0 से हराकर उन्होंने तहलका मचा दिया था, जबकि अंतिम 16 में उसने पेनल्टी शूटआउट में डेनमार्क को बाहर का रास्ता दिखाया।
इसके बाद क्वार्टर फाइनल में मेजबान रूस को भी पेनल्टी शूटआउट में हराकर ख़िताब की दौड़ से बाहर कर दिया। वर्ल्ड कप में लगातार दो बार पेनाल्टी शूटआउटमें जीत करने वाली क्रोएशिया दूसरी टीम है। 1990 में अर्जेंटीना ने भी ये कारनामा किया था।
वहीं अपने ग्रुप में दूसरे नंबर पर रहने वाली इंग्लैंड के टीम ने कोलंबिया को पेनाल्टी शूटआउट में हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। जहाँ उसने बड़ी आसानी से स्वीडन को 2-0 से हरा दिया। अब फाइनल के लिए उसे क्रोएशिया को मात देनी होगी। दोनों के पास कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं लेकिन ये 5 खिलाड़ी ऐसे हैं जिनपर सबकी नजरें टिकी रहेंगी।
लुका मॉड्रिच ने 2006 में अर्जेंटीना के खिलाफ एक दोस्ताना मैच से अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी। उस मैच को क्रोएशिया ने 3-2 से जीता था। 111 इंटरनेशनल मैच खेल चुके लुका को 2015 में क्रोएशिया के कप्तान बनाया जाता है। रियल मेड्रिड की ओर से नियमित खेलने वाले इस खिलाड़ी ने अपनी टीम के लिए इस वर्ल्ड में 2 गोल किये हैं जबकि एक असिस्ट है।
लुका मॉड्रिच (क्रोएशिया)
इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा गोल कर चुके इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन पर एक बार फिर सबकी नजरें टिकी रहेंगी। हैरी केन ने इस वर्ल्ड कप में अभी तक कमाल का खेल दिखाया है। 2015 में यूएफा यूरो 2016 क्वालीफ़ायर में लिथुआनिया के खिलाफ पहली बार केन को मैदान में उतरने के मौका मिला था। मैदान में आने के 80 सेकंड बाद ही रहीम स्टर्लिंग के क्रॉस को हेडर के जरिए गोल दागने वाले केन ने उस मैच में वायने रूनी को रिप्लेस किया था। 2018 वर्ल्ड कप के लिए जब उन्हें टीम की कमान सौंपी गई तब लोगों एक बार आश्चर्य जरूर हुआ। जिस इंग्लैंड को कमजोर माना जा रहा था, उसका अभी तक का प्रदर्शन शानदार रहा है। टॉटनहम हॉटस्पर के 213 मैचों में 140 गोल दाग चुके केन ने अच्छी पेस है और वे तकनीकी रूप से भी मजबूत हैं। गोल्डन बूट के प्रबल दावेदार केन के खिलाफ क्रोएशिया की एं जरूर किसी विशेष रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी।
हैरी केन (इंग्लैंड)
क्रोएशिया के पास शानदार मिडफिल्डर तिकड़ी है। इवान रैकिटिच उसी में से एक हैं। यूथ लेवल पर स्विट्ज़रलैंड की ओर से खेलने वाले इवान रैकिटिच क्रोएशियन कोच स्लावें बीलिक के बुलावे पर क्रोएशिया की टीम में शामिल हुए। 8 सितम्बर 2007 को इस्टोनिया के खिलाफ यूएफा यूरो 2008 क्वालीफ़ायर में अपना पहला मैच खेलने वाले इवान अपने देश के लिए अब तक 97 बार मैदान में उतर चुके हैं। जिसमें उनके नाम 15 गोल दर्ज है।
बार्सिलोना के लिए खेलने वाले इवान को उनके मजबूत पासिंग के लिए जाना जाता है। इस वर्ल्ड कप में वे ये दिखा भी चुके हैं। इस वर्ल्ड कप में अपनी टीम के लिए पांचों मैच खेलकर उन्होंने न सिर्फ अर्जेंटीना के खिलाफ गोल किया बल्कि डेनमार्क और रूस के खिलाफ पेनाल्टी शूटआउट में भी टीम को बढ़त दिलाई।
इवान रैकिटिच (क्रोएशिया)
मारियो मंजुकिच ने 2007 में अपना इंटरनेशनल मैच खेला था। तब से अब तक 87 बार क्रोएशिया के मैदान में उतर चुके हैं जिसमें उनके नाम 31 गोल दर्ज है। मंजुकिच जुवेंटस के लिए 127 अपीरियंस में 34 गोल दाग चुके हैं। 2016-17 यूएफा चैंपियंस लीग फाइनल में उनकी टीम को रियल मेड्रिड के हाथों 1-4 से हार झेलनी पड़ी थी। एक मात्र गोल मंजुकिच ने ही किया था।
मंजुकिच के पास गोलस्कोरिंग की क्षमता कमाल की है। बतौर स्ट्राइकर अपनी टीम के लिए खेलते हैं और अच्छी हाईट होने के कारण पेनाल्टी एरिया के आसपास मंडराते रहते हैं। इस वर्ल्ड कप में अपनी टीम के एक गोल किया है। मंजुकिच इंग्लैंड के लिए मुश्किलें पैदा कर सकते हैं।
मारियो मंजुकिच (क्रोएशिया)
25 साल के इस तेज-तर्रार अटैकिंग मिडफील्डर ने 2016 में माल्टा के खिलाफ अपने करियर की शुरुआत की थी। जेसी 2011 से मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए खेल रहे हैं। 2017-18 के सीजन में उन्होंने 48 मैचों में 13 गोल दागे। लिंगार्ड मेनली अटैकिंग मिडफील्डर हैं और उनमें बॉल को अपने पास रखने की अद्भुत क्षमता है। इस वर्ल्ड में अपने 4 मैच में एक गोल करने के आलावा उनके नाम एक असिस्ट भी है।
जेसी लिंगार्ड (इंग्लैंड)