आपको याद ही होगा कि साल 2010 में साउथ अफ्रीका में हुए फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान जर्मनी का एक जीव बहुत लोकप्रिय हुआ था, हालाँकि उसका फुटबॉल से कुछ लेना-देना नहीं था। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं पॉल ऑक्टोपस की, जिसने जर्मनी सहित अनेक मैचों के बारे में जो भविष्यवाणियाँ की थीं उनमें से ज़्यादातर सही निकली थीं। ख़ासतौर से फाइनल के बारे में उसकी भविष्यवाणी सही निकलने के बाद तो वो जैसे सारी दुनिया में हीरो बन गया था। तो आइये जानते हैं फीफा वर्ल्ड के दौरान भविष्यवाणी करने वाले ऑक्टोपस, हाथी, कंगारु और कछुए के बारे में….
2014 के वर्ल्ड कप में कई जानवर भविष्यकर्ता के रुप में सामने आए, जिसमें शाहीन नाम का ऊंट भी शामिल था। संयुक्त अरब अमीरात के शाहीन ने ब्राजील में खेले गए वर्ल्ड कप के कई मैचों की सटीक भविष्यवाणी की थी। इस ऊंट को वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले एक न्यूज चैनल के एक वीडियोग्राफर ने खोज निकाला था। रेतीली धरती पर बैठकर इस ऊंट को मैच खेल रहे देशों में से किसी एक के झंडे को अपने दांतों से चुनना था। शाहीन ने वर्ल्ड कप 2014 के दौरान स्पेन-हॉलैंड और इंग्लैंड -इटली के मैच के विजेताओं की सही भविष्यवाणी करके सनसनी मचा दी थी।
ऊंट 'शाहीन'
ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड चिड़ियाघर के एक कंगारू ने भी 2014 वर्ल्ड कप के दौरान भविष्यवाणियां की थीं। इस वजह से इस कंगारु का नाम प्रेडिक्टारू रख दिया गया। हालांकि ये कंगारु ऑक्टोपस पॉल और हाथी नील की तुलना में ज्यादा शोहरत नहीं पा सका।
प्रेडिक्टारू
उत्तरी जर्मनी के सेरेंगेटी पार्क जू में रहने वाले हाथी नेली पहली बार उस समय सुर्खियों में आया था जब साल 2013 में चैंपियंस लीग के फाइनल में बोरुसिया डॉर्टमुंड पर बायर्न म्युनिख की जीत का सही अनुमान लगाया था। उसकी इस विशेष प्रतिभा का इस्तेमाल 2014 के फुटबॉल वर्ल्ड कप में भी किया गया, जिसमें नील ने जर्मनी के चैंपियन बनने की सही भविष्यवाणी की थी।
हाथी 'नेली'
फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान जब भविष्यवाणी की बात आती है तो साल 2010 का चर्चित ऑक्टोपस पॉल याद आता है। जर्मनी के शहर ओबरहाउजेन के सी लाइफ एक्वेरियम में रहे पॉल नाम के ऑक्टोपस ने 2010 में सटीक भविष्यवाणियां कर सनसनी मचाई थी। ऑक्टोपस पॉल को इस दौरान हिंदी मीडिया में ‘पॉल बाबा’ के नाम से संबोधित किया गया था। पॉल का जलवा फ़ुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान किसी स्टार से कम नहीं था। भविष्यवाणी के लिए पॉल के बॉक्स में उन दोनों देशों के झंडे रखे जाते थे जिनके बीच मैच होना था। पॉल उनमें से एक चुन कर विजेता की भविष्यवाणी करता था।
जर्मनी के सभी मैचों की भी पॉल ने सही भविष्यवाणी की थी जिसमें सेमीफ़ाइनल में स्पेन के हाथों उसकी हार भी शामिल थी। स्पेन और हॉलैंड के बीच 2010 वर्ल्ड कप फ़ाइनल मैच से पहले पॉल ने अपने अक्वेरियम में स्पेन का झंडा चुनकर ये भविष्यवाणी की थी कि चैंपियन स्पेन बनेगा, जो बाद में सही भी साबित हुई। इसके बाद तो सारी दुनिया में पॉल मानो हीरो बन गया, ख़ासकर वर्ल्ड कप विजेता स्पेन में। 2010 वर्ल्ड कप खत्म होने के तीन माह बाद ही पॉल की मृत्यु हो गई।
ऑक्टोपस 'पॉल'
साल 2014 के फीफा वर्ल्ड कप में ऑक्टोपस पॉल की जगह ‘बिग हेड’ टर्टल (कछुआ) ने ली। वर्ल्ड कप का पहला मैच मेजबान ब्राजील और क्रोएशिया के बीच खेला गया था जिसमें कछुए ने ब्राजील के जीतने की भविष्यवाणी की थी, जो बाद में सही साबित हुई। ब्राजील ने पहले मैच में क्रोएशिया को 3-1 से हरा दिया।
‘बिग हैड’ कछुए को एक स्विमिंग पूल में रखा गया था। भविष्यवाणी के लिए जिन दो देशों के बीच मैच होता था उनके राष्ट्रीय झंडे के नीचे मछली लगाई जाती थी। बिग हेड जिस देश के झंडे के नीचे लगी मछली को खाता उस देश के जीतने का दावा किया जाता था। हालांकि बाद में इस कछुए की भविष्यवाणियां गलत साबित हुई।
कछुए ने दूसरे मैच में मैक्सिको के जीतने की भविष्यवाणी की, लेकिन ब्राजील ने यह मैच गोलरहित ड्रॉ खेला। ‘बिग हैड’ ने तीसरे मैच में ड्रॉ की भविष्यवाणी की तो ब्राजील ने कैमरून को 4-1 से धो डाला।
कछुआ 'बिग हेड'