आखिरकार इंतजार की घड़ियां ख़त्म हुई। वो तारीख आ गई जिसका फुटबॉल प्रेमियों को लंबे समय से इतंजार था। फीफा वर्ल्ड कप 2018 में शामिल सभी 32 टीमों ने घमासान के लिए कमर कस ली है। लेकिन अगर अब तक हुए वर्ल्ड कप पर नजर दौड़ाएंगे तो पाएंगे कि टूर्नामेंट की फेवरेट टीमों ने हमेशा ही अच्छा प्रदर्शन किया है, ख़िताब भी जीता है। लेकिन कई बार ऐसी टीमें भी रही हैं जो पसंदीदा तो नहीं थीं, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको चौंकाया। जैसे उदाहरण के लिए 2002 का ही वर्ल्ड कप ले लीजिये। साउथ कोरिया और तुर्की ने जर्मनी और ब्राज़ील के खिलाफ सेमीफाइनल खेला था। फीफा वर्ल्ड कप 2018 में भी ऐसी कई टीमें हैं जिनसे लोगों को बहुत ज्यादा उम्मीदें नहीं होंगी, वे टूर्नामेंट की पसंदीदा टीमों में से नहीं हैं, लेकिन वो अपने प्रदर्शन से किसी को भी चौंका सकती हैं। तो आइये नजर डालते हैं ऐसी 5 टीमों पर….
साउथ अमेरिकन क्वालिफिकेशन में उरुग्वे ने ये दिखा दिया था वे भी किसी से कम नहीं हैं। एडिंसन कवानी के साथ मिलकर लुइस सुआरेज अपनी टीम के लिए फ्रंट में खड़े दिखेंगे। टीम को आगे ले जाने के लिए इन दो खिलाड़ियों के कन्धों पर ज्यादा जिम्मेदारी रहेगी। डिएगो गोडिन, रोड्रिगो बेन्टाकुर, होजे मरिया हिमेनेज और जोर्जियन डे अरसकाइटा जैसे खिलाड़ी इस टीम को और मजबूत बनाते हैं। इजी ग्रुप में रहने के फायदा भी इन्हें मिलेगा। अगले राउंड में इनका मुकाबला स्पेन या पुर्तगाल से होगा।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल सुआरेज को लेकर है। अपना तीसरा वर्ल्ड कप खेल रहे सुआरेज क्या बिना किसी विवाद के पूरे टूर्नामेंट में बने रहेंगे। 2010 और 2014 के वर्ल्ड कप में उन्होंने जो किया वो किसी से छिपा नहीं है। एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी होने के नाते सुआरेज को इस बार ठन्डे दिमाग से खेलना होगा।
उरुग्वे
जेम्स रोड्रिग्ज़ को भला कौन भूल सकता है। पिछले वर्ल्ड कप में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे कोलंबिया को ब्राजील के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। कोलंबिया की ओर से हुए एक मात्र गोल भी रोड्रिग्ज़ ने ही किया था। राडामेल फल्काओ गोल करने की अपनी क्षमता को दिखा ही चुके हैं। डेविनसन सांचेज़ और येरी मिना जैसे पावरफुल खिलाड़ी टीम ओ और मजबूती देते हैं। वहीं जुवेंटस एफसी की ओर से खेलने वाले जुआन गिलर्मो कुआड्राडो से काफी उम्मीदें होंगी। पोलैंड के साथ ग्रुप में टॉप स्पॉट शेयर करने के बाद कोलंबिया का अगला मुकाबला बेल्जियम और इंग्लैंड से हो सकता है। और कोलंबिया इन दोनों टीमों को हराने में सक्षम है।
कोलंबिया
ग्रुप एच में पोलैंड कोलंबिया के साथ है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कौन सी टीम इस ग्रुप में टॉप पर रहती है। पोलैंड के पास वर्ल्ड क्लास रॉबर्ट लेवांडोव्स्की हैं जिन्होंने 10 क्वालिफिकेशन मैच में 16 गोल दागे थे। लेकिन डिफेंस इनकी बड़ी समस्या है। क्वालीफाइंग में 14 गोल खाने के बाद टीम मैनेजेमेंट के लिए ये क्षेत्र चिंता का विषय होगा। कमिल ग्लिक और लूकास पिस्चेक जैसे खिलाड़ियों पर भी नजर रहेगी। ग्रुप मैच के बाद इनका मुकाबला बेल्जियम या इंग्लैंड से हो सकता है, और इन दोनों टीमों को हराया जा सकता है।
पोलैंड
सर्बिया की टीम क्वालिफिकेशन में अपने ग्रुप में टॉप पर था। और इसकी बड़ी वजह थी उनका डिफेंस। एलेक्ज़ेन्डर कोलारोव, ब्रानिस्लाव इवानोविच और निमेंजा मैटिच जैसे खिलाड़ियों को भेदकर गोल पोस्ट तक पहुंचना विपक्षी टीम के लिए इतना आसान नहीं होगा। दूसन टैडिच और ज़ोरान टोसिच जैसे क्रिएटिव खिलाड़ी किसी भी टीम पर भारी पड़ सकते हैं। एलेक्जेंडर मित्रोविच फ्रंट पर टीम को लीड करेंगे। सर्बिया के लिए सबसे मुसीबत है उनका ग्रुप। ब्राज़ील, स्विट्ज़रलैंड और कोस्टा रिका से पार पाना इनके लिए आसान नहीं होगा। अगर सर्बिया अपने ग्रुप में दूसरे नंबर पर रहता है तो अगले राउंड में उनका मुकाबला जर्मनी से हो सकता है। सर्बिया की एक ऐसी टीम है जो रूस में खेले जा रहे इस फीफा वर्ल्ड कप में बड़ा उलटफेर कर सकता है।
सर्बिया
क्रोएशिया की थोड़ी किस्मत ख़राब कही जा सकती है क्योंकि उसे ग्रुप डी में अर्जेंटीना, नाइजीरिया और आइसलैंड जैसी टीमों के साथ रखा गया है। वर्ल्ड कप क्वालिफिकेशन शुरू होने से पहले ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि क्रोएशिया अपने ग्रुप में टॉप पर रहेगा। लेकिन आइसलैंड ने ऐसा नहीं होने दिया। ग्रीस को फर्स्ट लेग में 4-1 से हराकर आसानी से क्वालीफाई करने के बाद क्रोएशिया का प्रदर्शन अनिश्चितता भरा रहा। लेकिन लूका मोड्रीच, इवान रैकिटिच, मारियो मंजुकिच और इवान पेरिसिच जैसे खिलाड़ियों सजी ये टीम अब कहीं बेहतर लग रही है।
इन खिलाड़ियों के दम पर क्रोएशिया किसी भी टीम को मात दे सकता है। अगर क्रोएशियाअपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहने में कामयाब रहता है तो अगले राउंड में उसका मुकाबला फ्रांस से हो सकता है।
क्रोएशिया