साल 2016 में भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी सरदार सिंह पर उनकी मंगेतर ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि सरदार सिंह ने उन्हें मानसिक, शारीरिक, और भावानात्क रूप से कष्ट पहुंचाए। उनकी मंगेतर ब्रिटिश सिटीजन हैं और वह ब्रिटेन हॉकी टीम की ओर से खेलने वाली पहली सिख खिलाड़ी हैं। 21 साल की खिलाड़ी ने बताया था कि वह सरदार से पहली बार साल 2012 में लंदन ओलंपिक के दौरान मिली थीं। और तभी उन्होंने उनके साथ सगाई कर ली थी। साल 2015 में जब वह गर्भवति थीं तब सरदार ने उनपर बच्चा गिराने का दबाव बनाया था और न चाहते हुए भी उन्हें अपना बच्चा गिराना पड़ा था। इसके बाद सरदार सिंह पर सेशन कोर्ट में केस चला जो अब भी चल रहा है।
सरदार सिंह ने साल 2003-04 में पोलैंड दौरे के दौरान भारत की जूनियर टीम की ओर से डेब्यू किया था। उन्होंने सीनियर टीम की ओर से डेब्यू साल 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ किया था। वह हरियाणा राज्य से ताल्लुक रखते हैं और वह हरियाणा पुलिस के साथ डिप्टी एसपी के पद पर कार्यरत हैं और उनकी टीम से खेलते हैं। प्रीमियर हॉकी लीग के पहले सीजन में साल 2005 में वह चंडीगढ़ डायनामोज की ओर से खेले थे। इसके बाद हॉकी इंडिया लीग के पहले सीजन में ही सरदार सिंह सबसे ज्यादा भुगतान किए जाने वाले मार्की खिलाड़ी रहे थे। इस दौरान दिल्ली फ्रेंचाइजी ने उन्हें 42.49 लाख रुपए में खरीदा था। इस दिल्ली टीम का नाम दिल्ली वेवराइडर्स था।
उन्होंने इस टीम की कप्तानी करते हुए उसे दूसरे स्थान पर पहुंचाया था और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे। सरदार सिंह को साल 2008 में सुल्तान अजलान शाह कप के दौरान टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया था और वह 22 साल की उम्र में कप्तान बनने वाले भारतीय टीम के सबसे युवा खिलाड़ी थे। साल 2015 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया। साल 2016 में उन्हें कप्तानी से बेदखल करते हुए पी. आर. श्रीजेश को कप्तान बना दिया गया।