हॉकी इंडिया ने टीम के सीनियर खिलाड़ी और पूर्व कप्तान सरदार सिंह के नाम की सिफारिश भारत के शीर्ष खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न के लिए किया है। सरदार ने 2003-04 में भारतीय टीम के पोलैंड दौरे के दौरान जूनियर टीम के साथ डेब्यू किया था।
साल 2006 में सरदार ने पाकिस्तान के खिलाफ सीनियर टीम की ओर से पहला मैच खेला। सरदार को 2010 और 2011 में एआईएच की 18 सदस्यीय ऑल स्टार टीम में शामिल किया गया। वह 2008 सुल्तान अजलन शाह कप में टीम की अगुआई करते हुए भारत के सबसे युवा कप्तान बने। उन्हें 2012 में अर्जुन पुरस्कार और 2015 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
सरदार अगर शीर्ष खेल पुरस्कार जीतने में सफल होते हैं तो वो पूर्व दिग्गज कप्तान धनराज पिल्लै के बाद यह पुरस्कार जीतने वाले दूसरे हाकी खिलाड़ी बनेंगे। इससे पहले धनराज पिल्लै को 1999-2000 के लिए यह अबॉर्ड मिला था।1991-92 में शुरु हुए खेल रत्न से अब तक कुल 32 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया है। नियमतः हर साल दो खिलाड़ियों को ये सम्मान मिलता है लेकिन पिछले साल रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले चार खिलाड़ियों – सिल्वर मेडल जीतने वाली पीवी सिंधु, जिमनास्ट दिपा कर्मकार, शूटर जीतु राय और कुश्ती में ब्रॉन्ज जीतने वाली साक्षी मलिक को ये सम्मान मिला था।
अन्य खिलाड़ियों में एसवी सुनील, धरमवीर सिंह और दीपिका के नाम की सिफारिश अर्जुन पुरस्कार जबकि आरपी सिंह और सुमराई तेते के नाम की सिफारिश ध्यानचंद पुरस्कार के लिए की गई है।
कोच संदीप सांगवान और रोमेश पठानिया के नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए की गई है।