साल 2016 वर्ल्ड कप कबड्डी में टीम इंडिया का अपने चौथे ग्रुप मुकाबले में अर्जेंटीना से सामना हुआ। टॉस अर्जेंटीना ने जीता और पहला रेड किया। लेकिन भारतीय टीम ने पहले रेड में ही प्वाइंट बटोर लिया। इसके कुछ देर बाद भारत ने दो रेड में दो बोनस प्वाइंट हासिल किए और कुल बढ़त 3-0 की कर ली। पहले हाफ का खेल खत्म होने तक दोनों टीमों का स्कोर 36-13 रहा। हाफ टाइम के बाद तो भारतीय खिलाड़ियों ने और भी आक्रामक खेल दिखाया और खूब प्वाइंट बटोरे। मैच को खत्म होने में 7 मिनट का समय रह गया था और टीम इंडिया 60 प्वाइंट अपने नाम कर चुकी थी। वहीं अर्जेंटीना 15 अंक हासिल करने के साथ हार की कगार पर खड़ी नजर आ रही थी। अंतिम सात मिनट में भारतीय टीम ने जहां कुल 14 प्वाइंट बटोरे वहीं अर्जेंटीना ने अपने स्कोर 20 तक ही पहुंचाया और टीम इंडिया ने मैच 74-20 के विशाल अंतर से अपने नाम कर लिया।
हालांकि इस मैच में भारत की एकतरफा जीत की उम्मीदें तो पहले से ही थीं लेकिन उन्होंने विपक्षी टीम को 6 बार ऑल आउट करके एक नए कारनामें को अंजाम तक पहुंचाया। भारत की इस रिकॉर्ड जीत में डिफेंडरों के साथ-साथ रेडरों ने भी लाजवाब प्रदर्शन किया था। भारत की तरफ से डिफेन्स में मंजीत छिल्लर, सुरेंदर नाडा और सुरजीत ने हाई फाइव हासिल किए। रेडिंग में अजय ठाकुर ने एक बार फिर सुपर 10 हासिल किया। वहीं, दूसरे हाफ में खेल में आए राहुल चौधरी ने भी सुपर 10 हासिल कर लिया। अजय ठाकुर ने कुल 14 और राहुल चौधरी ने कुल 11 अंक हासिल किए। इस मैच में जीत के साथ ही टीम इंडिया ने सेमीफाइनल में प्रवेश किया था।
इसके बाद सेमीफाइनल में टीम इंडिया का मुकाबला थाईलैंड से हुआ। सेमीफाइनल में टीम इंडिया ने थाईलैंड को 73-20 से हरा दिया। भारत को सेमीफाइनल मुकाबला जीतने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। उसने शुरुआत से ही बेहतरीन खेल दिखाया और लगातार पांच अंक हासिल किए। थाईलैंड की टीम को इसके बाद एक अंक मिला। लेकिन भारत ने लगातार अंक लेना जारी रखा और पहले हाफ की समाप्ति तक 36-8 की बढ़त ले ली।
दूसरे हाफ में दर्शकों को बस अंतिम मिनट का इंतजार था। भारत ने इस हाफ में भी अपना दबदबा कायम रखा और थाई खिलाड़ियों को आसानी से आउट किया। इस हाफ में मेजबानों ने 37 अंक अपने खाते में डाले। वहीं थाईलैंड की टीम सिर्फ 12 अंक ही अपने नाम कर सकी। भारत के लिए अजय ठाकुर ने इस मैच में कुल 11 अंक अपने नाम किए। भारत ने रेड से 42 और टैकल से 18 अंक अपने नाम किए। ऑलआउट से वह 12 अंक हासिल करने में सफल रही। उसे एक अतिरिक्त अंक भी मिला। वहीं थाईलैंड ने रेड से 12 और टैकल से चार अंक जोड़े। ऑलआउट से उसे एक भी अंक नहीं मिला। वह एक अतिरिक्त अंक हासिल करने में सफल रही।