बीते कुछ सालों में कबड्डी खिलाड़ियों द्वारा या उनके साथ क्राइम की घटनाएं तेजी से बड़ी हैं। ऐसा ही एक मामला थाना झब्बाल के अंतर्गत गांव पुच्चरकलां में हुआ जिसमें पैसे के लेन देन में हुए आपसी झगड़े में फयरिंग हो गई और इस मौके पर कबड्डी के नेशनल खिलाड़ी ओंकार सिंह घायल हो गए। ओंकार सिंह कबड्डी के नेशनल खिलाड़ी हैं। उन्होंने कई नेशनल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है साथ ही वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के कैंप भी लगा चुके हैं।
बरहाल मामला यह था कि ओंकार ने बताया अपने ही गांव के एक शख्स बलकार सिंह सोहल को काफी समय से पचास हजार रुपया उधार दे रखा था। सुबह जब वे उससे पैसे लेने गया तो बलकार ने पहले उन्हें घर के भीतर बुलाया और फिर उन पर 312 बोर की दुनाली से दो फायर कर दिए। गोली जाकर सीधी ओंकार की जांघ पर लगी और आरोपी भागकर वहां से फरार हो गया। गोली की आवाज सुनकर बाहर आए पड़ोसियों ने ओंकार को तुरंत पास के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया।
ये पहला मामला नहीं है जब कबड्डी के किसी खिलाड़ी पर जानलेवा हमला हुआ था। इससे पूर्व भी हरियाणा में रोहतक के कबड्डी खिलाड़ी सुखविंद्र की दिनदहाड़े उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब वह पैदल अपने घर जा रहा था। यह पूरी हत्या पास ही लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इसमें दिखा कि स्कूटी सवार युवक गाड़ी से नीचे उतरे और ताबड़तोड़ सुखविंद्र पर फायरिंग शुरू कर दी। यही नहीं हमलावरों को जब लगा कि सुखविंद्र जिंदा हैं तो उसके सिर में भी गोली मार दी। हत्या के बाद हत्यारे चाकू हवा में लहराते और जोरों से चिल्लाते हुए घटनास्थल से भाग गए। वारदात की वीडियो पूरे प्रदेश में वायरल होने के प्रदेश स्तर के अधिकारियों में हलचल मच गई थी। पर इस मामले को देखते हुए लगता है कि न ही प्रशासन और न ही अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया। अब मुद्दा यह है कि कबड्डी के ऊपर हो रहे इस तरह के हमलों का जिम्मेदार कौन है?