तीन साल पहले जींद के अर्जुन स्टेडियम में जेपीवीजी फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में हुई भारत सर्कल कबड्डी कप प्रतियोगिता के दौरान का हंगामा अगर आपको याद नहीं तो आइए फिर से जानते हैं कि ऐसा क्या शर्मनाक हुआ था उस दिन। मैच के दौरान हुए जबरदस्त हंगामे और फेडरेशन की महासचिव अंजलि शर्मा के साथ यहां बदतमीजी की तमाम हदें पार हो गईं थीं। इस सिलसिले में आयोजन के साथ जुड़े दिनेश धड़ौली ने शिकायत में नरेंद्र पहल समेत कुछ महिला खिलाड़ियों पर अंजलि शर्मा के साथ हुई छेड़छाड़ और बदतमीजी का ठीकरा फोड़ते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज किए जाने की मांग की। बाद में अंजलि शर्मा ने साफ शब्दों में कहा कि उनके साथ अर्जुन स्टेडियम में जो कुछ हुआ उसके लिए नरेंद्र पहल जिम्मेदार हैं।
मामला यह था कि अर्जुन स्टेडियम में भारत सर्कल कबड्डी कप प्रतियोगिता का फाइनल मैच चल रहा था और इस दौरान जमकर हंगामा हो रहा था। हंगामे में फेडरेशन की महासचिव अंजलि शर्मा को भीड़ के हवाले कर दिया गया था और भीड़ में शामिल कुछ असामाजिक तत्वों ने उनके साथ बदतमीजी और घटिया स्तर की हरकतों की तमाम हदें पार कर दी थीं। बाद में अंजलि ने पूरे हंगामे और विवाद को लेकर अपना पक्ष मीडिया के सामने रखते हुए कहा कि भारत सर्कल कबड्डी कप प्रतियोगिता की विजेता टीमों को नकद ईनाम की राशि नरेंद्र पहल को देनी थी। वे मौके पर नहीं पहुंचे और उनके कहने पर कुछ महिला खिलाड़ियों तथा दूसरे लोगों ने उन्हें भीड़ के हवाले कर दिया।
इस मामले में दिनेश धड़ौली ने कहा कि फाइनल मैच के दौरान ईनाम की राशि को लेकर हरियाणा टीम की कुछ महिला खिलाड़ियों ने मंच पर जाकर अंजलि शर्मा को जबरदस्ती मंच से नीचे घसीटकर अपनी कार में डालने का प्रयास किया। बाद में स्टेडियम में ही अंजलि शर्मा को बेकाबू भीड़ में धकेल दिया गया और इस दौरान अंजलि शर्मा के साथ बेहद शर्मनाक हरकत हुई।
वहीं इस पूरे मामले में नरेंद्र पहल ने तमाम आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि चंडीगढ़ की टीम के मामले में फर्जीवाड़ा था। उन्हें फाइनल मैच के दौरान स्टेडियम में बुलाने की जरूरत भी अंजलि शर्मा और उनके साथियों ने नहीं समझी थी। इसी कारण वह फाइनल मैच के दौरान स्टेडियम में नहीं पहुंचे थे। पहल ने यह भी कहा कि उन्होंने ईनाम देने की बात कभी नहीं कही थी। उन द्वारा केवल ईनाम बांटे जाने थे। पहल ने अंत में कहा कि स्टेडियम में अंजलि शर्मा के साथ जो कुछ हुआ उसके लिए वह प्रत्यक्ष या परोक्ष किसी भी रूप से जिम्मेदार नहीं हैं।