प्रो-कबड्डी लीग के 7वें सीज़न का आगाज़ 19 जुलाई से होने जा रहा है जिसके लिए खिलाड़ियों की नीलामी हुई है। मुंबई में हुई नीलामी के पहले दिन खिलाड़ी सिद्वार्थ देसाई पर जमकर पैसों की बरसात हुई। पीकेएल के पिछले सीज़न में यू-मुम्बा के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले सिद्धार्थ को 7वें सीज़न के लिए तेलुगू टाइटंस ने 1.45 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अपनी टीम का हिस्सा बनाया। गौरतलब है कि पीकेएल के छठे सीज़न में उन्होंने यू-मुम्बा के लिए खेलते हुए सबसे तेज 100 रेड प्वाइंट्स हासिल किए थे।
प्रो-कबड्डी लीग के 7वें सीज़न की नीलामी के पहले दिन सिद्धार्थ के अलावा नितिन तोमर भी करोड़पति बन गए। उन्हें पुनेरी पल्टन टीम ने 1.20 करोड़ रुपए की मोटी रकम खर्च करते हुए रिटेन किया। आपको बता दें 1.45 करोड़ रुपये की रकम में बिकने वाले सिद्धार्थ प्रो-कबड्डी लीग के इतिहास के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। इस लिस्ट में पहले नंबर में मोनू गोयत का नाम शामिल है जिन्हें पीकेएल के छठे सीज़न में हरियाणा स्टीलर्स ने 1.51 करोड़ रुपये में खरीदा था। हालांकि इस सीज़न में वो इतने महंगे नहीं बिके और इस दफा उन्हें यूपी योद्धा ने 93 लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल किया। इसकी वजह रही कि पिछले सीज़न में वो हरियाणा स्टीलर्स टीम के लिए कुछ ख़ास कमाल नहीं कर पाए थे।
बात अगर सिद्धार्थ देसाई की करें तो उनके लिए एक ख़ास बात यह भी रही कि उन्होंने इस बार आईपीएल 2019 में बिके 72 खिलाड़ियों से बाज़ी मार ली। इसका मतलब यह हुआ कि कबड्डी का यह खिलाड़ी पैसों के मामले में आईपीएल सीज़न 12 के 72 क्रिकेटरों से आगे निकल गया। एक कबड्डी खिलाड़ी के लिए इससे बड़ी बात और कुछ नहीं हो सकती क्योंकि भारत में क्रिकेट को लेकर जो दीवानगी है वो किसी और खेल में नहीं है। सिद्धार्थ और नितिन का इतनी बड़ी रकम में बिकना इस बात को दर्शाता है कि अब भारत में क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों के लिए भी दीवानगी बढ़ रही है जो यक़ीनन हमारे देश के खिलाड़ियों के लिए एक अच्छी खबर है।
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