भारतीय कबड्डी टीम के सबसे बड़े खिलाड़ियों में शुमार अनूप कुमार को कबड्डी का ‘धोनी’ कहा जाता है। अनूप कुमार एक दशक से अधिक समय से भारतीय कबड्डी टीम का अभिन्न अंग रहे हैं जिन्होंने अपने करियर की यात्रा 2006 में शुरू की थी। अपने दमदार खेल के बलबूते अनूप ने भी भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरह कबड्डी प्रशंसकों के दिल में एक विशेष स्थान बनाया है। कबड्डी के खेल में उन्हें बोनस का बादशाह और कैप्टेन कूल के नाम से जाना जाता है। अनूप का कबड्डी विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम समेत पीकेएल में यु- मुंबा की खिताबी जीत में अहम योगदान रहा है। कई गोल्ड मेडल जीत चुके अनूप को प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन में मोस्ट वैल्युएबल प्लेयर के खिताब से नवाज़ा गया था। आईये जानते हैं अनूप कुमार से जुड़ी वो बाते जो हर कबड्डी फैन जानना चाहेगा।
अनूप कुमार का जन्म 20 नवंबर 1983 में हरियाणा के पलड़ा नामक गांव में हुआ था। वह परिवार में सबसे छोटे हैं। उनके पिता भारतीय सेना में सुबेदार मेजर थे। उन्होंने अपने स्कूल के दिनों में कबड्डी को पास-टाइम के रूप में खेलना शुरू कर दिया। छोटी उम्र में दिल्ली में टूर्नामेंट मैच खेलने के दौरान उनपर अमरसिंह यादव की नजर पड़ी, जो सीआरपीएफ कबड्डी टीम के कोच थे। अप्रैल 2005 में, वह सीआरपीएफ में एक कॉन्स्टेबल के रूप में शामिल हो गए और दिल्ली टीम के लिए भी चुने गए। जबरदस्त मेहनत और खेल के प्रति सच्ची लग्न के चलते अनूप को साल 2015 में राष्ट्रीय टीम के शिवर में चुना गया।
कबड्डी का 'धोनी'
अनूप ने श्रीलंका में आयोजित 2006 दक्षिण एशियाई खेलों में राष्ट्रीय टीम के साथ अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद से वह राष्ट्रीय टीम के नियमित सदस्य रहे हैं। उन्होंने 2010 में और 2014 एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक जीते हैं। वह 2016 में भारतीय राष्ट्रीय टीम के कप्तान बने। उनकी कप्तानी के तहत, भारतीय टीम ने लगातार सफलता का स्वाद चखा। उनकी अगुवाई में भारतीय टीम में 2016 में आयोजित 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता। भारतीय टीम ने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ 9-7 के अंतर से कड़ी टक्कर वाले फाइनल मुकाबले में जीत हासिल की थी। वहीं अनूप ने अपनी अगुवाई में भारतीय को 2016 विश्व कप जिताया। यह भारत की ईरान के खिलाफ करीबी मुठभेड़ थी जहां पहले हॉफ में भारतीय टीम ने काफी संघर्ष किया। दूसरे हॉफ में, अनूप ने अपने रेडरों का शानदार उपयोग करते हुए अंको की लीड हासिल करने के बाद डिफेंस में अपने लाजवाब नेतृत्व का नमूना पेश करते भारत को विश्व विजेता का खिताब दिलाया था।
अनूप की अगुवाई में भारत 2016 में बना विश्व चैंपियन
प्रो कबड्डी लीग के उदय के साथ ही अनूप कुमार एक लीडर के रुप में अपनी पहचान बना चुके थे। उन्होंने यु मुम्बा की तीन साल लगातार अगुवई की। साल 2016 तक अनूप की अगुवाई वाली यु मुंबा तीन बार फाइनल क्वालीफाई करने वाली टीम रही जिसमें उनके नेतृत्व में मुंबा ने दूसरे सीजन 2015 में खिताब अपने नाम किया। खेल के दौरान जब टीम अंको के लिहाज़ से पिछड़ने लगती तो अनूप की बोनस अंक हासिल करने की कला और लीड हासिल करते ही डिफेंस के दौरान विपक्षी टीम को डू और डाई रेड के लिए विवश करने की तकनीक से मालूम चलता है कि वह इस खेल के महारथी हैं जो हर दांव खेलना बखूबी जानते हैं।
यु मुंबा को 2015 में दिलाया खिताब
प्रो कबड्डी के पहले सीजन में ही अनूप ने शानदार खेल का मुजाहिरा पेश करते हुए 155 रेड अंक हासिल किए थे जिसके लिए उन्हें मोस्ट वैल्युबल प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब मिला था। प्रो कबड्डी इतिहास में 400 रेड अंक हासिल करने वाले वह पहले खिलाड़ी हैं। लगातार पांच सीजन तक यु मुंबा की अगुवाई करने वाले अनूप इस साल जयपुर पिंक पैंथर्स की ओर से खेलते नज़र आएंगे जिसके मालिक बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन पहले सीजन से ही अनूप को अपनी टीम से खेलते देखना चाहते थे।
सीजन 6 में अभिषेक बच्चन की टीम में शामिल हुए अनूप
अपने लंबे करियर के दौरान कई उपलब्धियां हासिल करने वाले अनूप कुमार कई गोल्ड मेडल भी जीत चुकें हैं। साल 2012 में कबड्डी के खेल में अहम योगदान के लिए उन्हें अर्जुन पुरुस्कार से नवाज़ा गया था। आईये नज़र डालते हैं कबड्डी के इस योद्धा की अब तक की उपलब्धियों पर।
अंतरराष्ट्रीय:
कबड्डी विश्व कप : 2016
एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक : 2010, 2014
दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक : 2016
क्लब:
प्रो कबड्डी लीग विजेता : 2015
प्रो कबड्डी लीग रनर अप : 2014, 2016
मोस्ट वैल्युएबल प्लेयर : 2014अनुप कुमार हरियाणा राज्य में पुलिस उपायुक्त के रूप में कार्यत हैं।
उपलब्धियों का पहाड़ हैं अनूप कुमार