भारत के स्टार खिलाड़ी सौरभ घोषाल और जोशना चिनप्पा ने कुआलालंपुर में एशियाई व्यक्तिगत स्क्वैश चैंपियनशिप में एतिहासिक सफलता हासिल की है। अपनी इस जीत का श्रेय उन्होंने अपने चोटिल साथी हरिंदर पाल संधू को दिया है। दरअसल, भारतीय राष्ट्रीय स्क्वैश टीम को एक साल से अधिक समय से किसी भी मुख्य कोच की सेवा नहीं मिली है। ऐसे में सौरभ और जोशना ने अपने सबसे अच्छे मित्र संधू की मदद ली। कोच के रूप में संधू की ट्रेनिंग रंग लाई और रविवार को 10वें नंबर का भारतीय खिलाड़ी एशियाई खेलों के चैंपियन लियो आयु को हराकर महाद्वीपीय खिताब जीतने वाले भारत के पहले पुरुष खिलाड़ी बन गए।
इस दौरान संधू एक सक्रिय खिलाड़ी के तौर पर नहीं बल्कि एक आधिकारिक कोच के तौर पर भारतीय स्क्वैश टीम के साथ थे। पीठ की गंभीर चोट से उबर रहे संधू ने कामचलाऊ कोच के रूप में बेमिसाल काम किया। हालांकि साल की सबसे महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में से एक के लिए राष्ट्रीय कोच साइरस पोंचा टीम के साथ नहीं गए। भारतीय स्क्वैश रैकेट्स महासंघ (एसआरएफआई) के अध्यक्ष देवेंद्रनाथ सारंगी से विदेशी कोच के कुआलालंपुर नहीं जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
बाद में उन्होंने सफाई देते हुए सारंगी ने कहा, ‘राष्ट्रीय कोच पोंचा टीम के साथ कुआलालंपुर गए थे।’ वहीं घोषाल सहित इस टूर पर गए खिलाड़ियों ने पुष्टि की कि उन्होंने प्रतियोगिता के दौरान पोंचा को नहीं देखा। पोंचा ने पिछले महीने पीटीआई को बताया था कि एक विदेशी विशेषज्ञ को टीम के साथ कुआलालंपुर जाना था लेकिन सारंगी ने कहा कि उन्हें नियुक्ति पर खेल मंत्रालय की स्वीकृति का इंतजार है।
सारंगी ने कहा, ‘देश में चुनाव चल रहे हैं और सरकार व्यस्त है। हमें कुछ हफ्तों में स्वीकृति मिलने की उम्मीद है और जब अगली प्रतियोगिता आएगी तो विदेशी कोच टीम के साथ जाएगा।’ महिला वर्ग में जोशना ने सितंबर 2017 के बाद पहली बार अपनी सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी एनी एयु को हराकर एकल वर्ग के अपने खिताब का बचाव किया। घोषाल ने कोच की गैरमौजूदगी पर टिप्पणी नहीं की लेकिन कहा कि संधू की मौजूदगी हमारे लिए बहुत अच्छी रही।
उन्होंने कहा, ‘वो मेरा सबसे अच्छा मित्र है और मेरे खेल को काफी अच्छी तरह जानता है। मैंने फाइनल से पहले डेविड पाल्मर (निजी कोच और दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी) से बात की। संधू जानता है कि मैं कोर्ट पर क्या कर सकता हूं। ऐसे में इस बात से इंकारनहीं किया जा सकता कि संधू के होने पर हमें कितनी मदद मिली।’ जोशना ने भी अपने अच्छे प्रदर्शन के लिए संधू और फिजियो डिम्पल को श्रेय दिया। उन्होंने कहा, ‘कोच के रूप में हैरी (संधू) की मौजूदगी शानदार रही।’
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