यूं तो हम सभी जानते हैं कि रफ्तार के बादशाह उसेन बोल्ट के पास मेडलों की कोई कमी नहीं है। फिर भी साल 2016 में उनके मेडलों की सूची में से एक गोल्ड कम हो गया और भी तब जब उनकी कोई गलती ही नहीं थी। जी हां, बीते साल 2016 में ऐसा ही हुआ जब बोल्ट के साथी धावक नेस्टा कार्टर के डोपिंग नमूने का परिणाम पॉजिटिव पाया गया और इसके चलते उनसे एक गोल्ड छीन लिया गया। जमैका के फर्राटा धावक उसेन बोल्ट के साथी धावक नेस्टा कार्टर के डोपिंग नमूने का परिणाम पॉजीटिव आने के बाद बोल्ट के नौ ओलंपिक स्वर्ण पदक में एक पदक वापस ले लिया गया।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग ओलंपिक 2008 में बोल्ट ने 4 गुणा 100 मीटर की टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था, जिसमें कार्टर उनके साथी थे। अब कार्टर के आरोपी साबित होने पर उनके सभी मेडल वापस ले लिए गए, जिसके चलते बोल्ट को भी अपने पदक से हाथ धोना पड़ा। गौरतलब है कि बोल्ट ने 2008, 2012 और 2016 ओलम्पिक में 100 मीटर, 200 मीटर और 4 गुणा 100 मीटर स्पधार्ओं में स्वर्ण पदक जीते हैं। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने साल 2015 में 454 खिलाडय़िों के नमूनों की पुन: जांच की थी जिसमें कार्टर का नाम शामिल था। कार्टर लंदन ओलम्पिक 2012 में भी विजेता टीम का हिस्सा थे।
आईओसी ने एक बयान में कहा कि बीजिंग ओलम्पिक 2008 में फाइनल में जगह बनाने वाली और स्वर्ण पदक जीतने वाली जमैका की पुरुष 4 गुणा 100 मीटर टीम का हिस्सा रहे कार्टर को ओलंपिक खेलों में अयोग्य घोषित किया जाता है। 2008 बीजिंग ओलम्पिक के डोपिंग नमूनों की दोबारा जांच में उनका परिणाम सकारात्मक रहा है और उन्हें प्रतिबंधित पदार्थ मेथलीहजानेमाइन के सेवन का दोषी पाया गया है। बयान में यह भी कहा गया कि उन्हें पुरुषों के 4 गुणा 100 मीटर रिले स्पर्धा में अयोग्य घोषित किया जाता है, जिसमें उन्होंने बीजिंग ओलंपिक-2008 में हिस्सा लिया था। इसके बाद उनसे पदक, पिन और डिप्लोमा वापस लिया गया। साथ ही जमैका की 4 गुणा 100 रिले प्रतिस्पर्धा की टीम को अयोग्य घोषित किया गया। टीम के सदस्यों से पदक, पिन व डिप्लोमा वापस लिया गया।

गौतम गंभीर