वैसे तो आपने और हमने बहुत से मैराथन में भाग लेने वाले धावकों को देखा है। उनका एक ही लक्ष्य होता है, बस किसी तरह मैराथन की फिनिशिंग लाइन को सबसे पहले पार करना। अक्सर वो अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के चक्कर में बहुत सी चीजों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। लेकिन थाइलैंड में हुई एक घटना ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। हम बात कर रहे हैं थाइलैंड मैराथन की जहाँ खेमजीरा क्लोंगसनन नामक धावक ने मैराथन दौड़ते समय रास्ते में अकेले पड़े एक ख़ूबसूरत से पिल्ले को गोद में उठा लिया और तक़रीबन 19 मील की दूरी तय की।

Picture Source :- Happiest
इस बाबत 43 वर्षीय धावक खेमजीरा ने कहा कि “जब मैंने उसे रास्ते में अकेला पड़ा देखा तो मुझसे रहा नहीं गया। मैंने देखा कि लोग उससे बचकर आगे निकलने की होड़ में थे। मानो मुझे ऐसा लगा कि यह बहुत छोटा है जो खो गया है, उसके आस-पास न तो कोई घर था न कोई कोई कुत्ता इसलिए, मैंने पिल्ला को गोद में उठाया ताकि उसे सुरक्षित स्थान पर रख सकूं।” जानकारी के मुताबिक 26-मील की मैराथन में उससे मिलने के पहले वो 7 मील दौड़ चुकी थी और बाकी की 19 मील उस पिल्ले को अपनी गोद में लेकर दौड़ते हुए फिनिशिंग लाइन पार की।

Picture Source :- Facebook
सबसे पहले खेमजीरा ने पिल्ले के मालिक को ढूंढने की कोशिश की, सफलता न मिलने पर अपने साथ उसे अपने घर ले आयी। उसे नहलाया और जरुरी मेडिकल चेकअप करवाने के बाद टीकाकरण करवाया। अब वो पिल्ला उनके परिवार का एक अहम हिस्सा है। उन्होंने उसका नाम चोंबेंग रखा है। हालाँकि मैराथन की दौड़ लंबी होती है। ऐसे में पिल्ले को लेकर भागना आसान नहीं था। लेकिन खेमजीरा ने इसे कर दिखाया। जिसके बाद अब वो दुनिया भर के लिए सुर्खियां बनी हुई हैं। आपको बता दें खेमजीरा के पास पहले से ही दो पालतू डॉग हैं। अब इस नन्हें मेहमान को पाकर वो काफी खुश है।
สามพี่น้องรักกันดี มั้ย😋 ฉากสุดท้ายตัวโกงมาล่ะ "วงแตก"เลย
Polsin Sinsamoe ಅವರಿಂದ ಈ ದಿನದಂದು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ ಮಂಗಳವಾರ, ಜನವರಿ 29, 2019