10 गोल्ड, 6 सिल्वर और 7 ब्रांज मेडल के साथ पढ़ाई में 97 फीसदी मार्क्स लाने वाली खिलाड़ी को आप क्या कहेंगे? अद्भुत, अतुलनीय और प्रतिभावान जैसे शब्द टेबल टेनिस खिलाड़ी अर्चना कामथ के लिए बिल्कुल फिट बैठते हैं। क्योंकि उन्होंने खेलों के अलावा हालिया पीयूसी आर्ट्स एग्जाम में शानदार प्रदर्शन किया है। खेल और पढ़ाई में अर्चना का इस तरह का संतुलन वाकई लाजवाब है, उन्होंने 2 साल पहले एसएसएलसी में 9वां स्थान हासिल किया और 98.72 फीसदी अंक लाकर पढ़ाई में भी कमाल कर दिया।
इस साल अर्चना ने 600 में से 582 अंक हासिल किये हैं, कर्नाटक राज्य में उनकी नौवीं रैंक है। हालांकि इसमें हैरानी की बात ये है कि अर्चना ने इस साल सिर्फ एक दिन कॉलेज अटेंड किया है। क्योंकि वह राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टूर्नामेंट्स में बिजी थीं।
खेल व पढ़ाई में मेधावी हैं अर्चना
साल 2017-18 में अर्चना का प्रदर्शन शानदार रहा है, उन्होंने 21 टूर्नामेंट्स में 23 मेडल जीते हैं। जिसमें 7 टूर्नामेंट राष्ट्रीय और 14 अंतरराष्ट्रीय स्तर के रहे हैं। इससे अर्चना के खेल का अंदाजा लगाया जा सकता है।
जेसी रोड के श्री महावीर जैन कॉलेज में पढ़ने वाली अर्चना ज्यादातर अपना समय नेशनल कैंप में ही बिताती रही हैं। लेकिन इस दौरान वह अपनी पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान देती हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए वह कहती हैं, “टूर्नामेंट्स के दौरान पढ़ाई के लिए समय निकालना कठिन काम होता है, लेकिन जो भी समय उन्हें मिलता है वह उसमें अपनी पढ़ाई जरूर करती हैं।” अर्चना के पिता गिरीश कामथ बंगलौर के जाने-माने नेत्र चिकित्सक हैं।
सिर्फ एक दिन गयी थी पढ़ने
अर्चना की पढ़ाई पर उनसे ज्यादा ध्यान उनकी मां अनुराधा देती हैं, जो इस 17 वर्षीय टेबल टेनिस खिलाड़ी के साथ किताबें भी रखती हैं। जिससे उन्हें मिल समय में वह अपने कोर्स की तरफ भी ध्यान दे सके। वहीं अर्चना जब अपने घर पर होती हैं, तो सुबह के समय वह पढ़ाई करती हैं। जबकि शाम के समय अर्चना टेबल टेनिस का अभ्यास करती हैं। इसके अलावा पढ़ाई के अच्छे नंबर से वह अपने खेल के प्रति और सकारात्मक होती हैं। जिससे उनका खेल और पढ़ाई का रिजल्ट शानदार रहता है।
एक साल में 23 गोल्ड