साल 2017 के शुरु होने से पहले हर टेनिस प्रेमियों के जेहन में एक ही सवाल था कि स्विस मास्टर रोजर फेडरर कब तक कोर्ट में दिखेंगे। लेकिन साल के शुरुआत में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के साथ फेडरर ने बता दिया कि अभी उनमें काफी टेनिस बांकि है। फेडरर यहीं नहीं रुके और कोर्ट पर वापसी के साथ अपने पसंदीदा ग्रैंड स्लैम विंबलडन में रिकॉर्ड जीत(8 बार) दर्ज करते हुए ग्रैंड स्लैम जीतने के सिलसिले को 19 तक पहुंचा दिया। नंबर दो पर पहुंच चुके फेडरर एक बार फिर साल का अंत नंबर वन रैंकिंग के साथ कर सकते हैं। लेकिन एक बार फिर ये सवाल उठने लगा है कि कब तक फेडरर टेनिस खेलते रहेंगे।
36 साल के फेडरर ने हाल ही में विश्व नंबर वन राफेल नडाल को शंघाई मास्टर्स के फाइनल में हरा कर करियर का 94वां टाइटल जीता। गल्फ न्यूज़ से बात करते हुए फेडरर ने अपने भविष्य को लेकर बात रखी उन्होंने परिवार को खेल से ऊपर रखा और अपने खेल के लिए चार बातों को अहम बताया।
फेडरर ने कहा, मैं जानता हूं संन्यास की उम्र नजदीक है, लेकिन मैंने अपने लिए फिलहाल कोई डेड लाइन तय नहीं की है। मैं अब 22 साल का नहीं हूं लेकिन जब तक परिवार का सपोर्ट रहेगा, मेरा शरीर साथ देगा,कामयाबी मिलती रहेगी और खेल के लिए दूसरे जगहों पर जाना भाता रहेगा तब तक मैं टेनिस खेलता रहूंगा। लेकिन इन चारों चीजों में एक ने भी साथ छोड़ा तो मैं उस दिन टेनिस छोड़ दूंगा।
अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए फेडरर ने बताया कि क्यों अब वो कम टेनिस खेलने लगे हैं उन्होंने कहा, कभी कभी कम भी ज्यादा होता है। अपने करियर को जब मैं देखता हूं तो सोचता हूं कि कब मैंने आराम किया था,कब मुझे जीत की भूख लगी थी और मैंने कोर्ट पर किस तरह और कितनी कामयाबी हासिल की थी। चार बच्चों के पिता फेडरर ने कहा कि उनके लिए परिवार सबसे महत्वपूर्ण है और जब उन्हें उनकी ज्यादा जरूरत होगी टेनिस को अलविदा कह देंगे।