रोजर फेडरर, वो नाम जो शायद ही किसी ने नहीं सुना होगा। आप उन्हें टेनिस का बादशाह बुलाइये या फिर फेडरर एक्सप्रेस, रोजर फेडरर हर मायनों में करोड़ों खिलाड़ियों के लिए आदर्श हैं। आज फेडरर जिस मुकाम पर है उसमें उनकी मेहनत और टेनिस के प्रति लगाव का सबसे बड़ा हाथ है। लेकिन इस बात में एक सच्चाई ये भी है कि इस कामयाबी के सफर में उनकी पत्नी मिर्का फेडरर का भी योगदान है। फेडरर से शादी के करने के बाद जिस तरह उन्होंने टेनिस को छोड़ परिवार संभाला। यकीनन ये हर किसी के बस में नहीं है। चूंकि, मिर्का खुद टेनिस प्लेयर रह चुकी हैं। आइये आज हम आपको बताते हैं कैसे टेनिस के बादशाह का दिल मिर्का पर फिसला।
फेडरर की मिर्का से सन् 1997 में ही मुलाकात हो चुकी थी लेकिन सन् 2000 में सिडनी ओलंपिक के दौरान दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा। मिर्का खुद इसमें स्विट्जरलैंड टीम की ओर से हिस्सा ले रही थीं।
इस तरह हुई प्यार की शुरुआत
साल 2002 के होपमैन कप में रोजर फेडरर और मिर्का ने एक साथ टेनिस खेला था।
एक साथ टेनिस भी खेले
धीरे-धीरे उनकी मुलाकातें सुर्खियां बनने लगीं। फेडरर 9 सालों तक मिर्का को डेट करते रहे और आखिरकार साल 2009 में दोनों ने शादी कर ली।
हमेशा के लिए एक दूजे के हुए रोजर और मिर्का
उसी साल मिर्का ने दो जुड़वां बेटियों को जन्म दिया। जिसका नाम माइला रोज़ और चार्लेन रिवा रखा गया।
जुड़वां बेटी
इसके बाद फिर साल 2014 में मिर्का ने लियो और लेनार्ट के रूप में जुडवां बेटे को जन्म दिया।
जुड़वां बेटा
रोजर फेडरर बेहद सुलझे और जिम्मेदार इंसान हैं। टेनिस से फुर्सत लेकर फेडरर को अपनी फैमिली के साथ मालदीव, दुबई या फिर स्विट्ज़रलैंड की वादियों में घूमना पसंद है।
परिवार का साथ बिताते हैं वक्त